पटना में देर रात सड़क पर निकले तेज प्रताप यादव, गरीब बुजुर्ग की व्यथा सुनकर इतने रुपये की मदद की

Bihar politics: तेज प्रताप यादव ने लगभग 5 माह बाद अपने ब्लॉग पर नया वीडियो अपलोड किया है. शुक्रवार की देर रात तेज प्रताप यादव पटना की सड़कों पर घूमने निकले. इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे सो रहे गरीबों-मजलूमों की पीड़ा सुनी और हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 26, 2022 7:43 PM

Tej partap yadav: राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे और वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव का अंदाज सबसे निराला और सबसे अलग है. वे अक्सर अपने ब्लॉग और इंस्टाग्राम पर नये-नये वीडियो अपलोड करते रहते हैं. हालांकि इस बर तेज प्रताप यादव ने लगभग 5 माह बाद अपने ब्लॉग पर नया वीडियो अपलोड किया है. दरअसल, शुक्रवार की देर रात तेज प्रताप यादव पटना की सड़कों पर घूमने निकले. इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे सो रहे गरीबों-मजलूमों की पीड़ा सुनी और हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया.

गिरि बाबा को थमाया पांच सौ रुपये का नोट

देर रात सर्द के मौसम में लोगों की दुख-पीड़ा सुनने के लिए अपने आवास से निकले. यहां से निकलकर वे लोगों की व्यथा को सुनते हुए वे पहले पटना जू तक गये. जिसके बाद वे हज भवन तक गये. इस दौरान उन्हें रास्ता में फुटपाथ किनारे सोये एक गिरि बाबा मिले. गिरि बाबा की तकलीफ को सुनने के बाद तेज प्रताप यादव ने फौरन अपने जेब में हाथ डाला और एक पांच सौ रुपये का नोट निकालकर गिरि बाबा को थमा दिया. तेज प्रताप ने उन्हें और मदद करने की भरोसा भी दिलाया.

पटना में देर रात सड़क पर निकले तेज प्रताप यादव, गरीब बुजुर्ग की व्यथा सुनकर इतने रुपये की मदद की 2
पटना-जू के पास रात की स्थिति का लिया जायजा

बता दें कि तेज प्रताप यादव अक्सर गरीबों-मजलूमो की दिल खोलकर मदद करते हैं. तेजप्रताप यादव को पशु-पक्षियों और पेड़-पौधे से भी खास लगाव है. वे अक्सर गरीबों की मदद करते नजर आते हैं. देर रात पटना जू के पास पहुंचे तेज प्रताप यहां काफी देर तक रूके. यहां उन्होंने रात की स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया. इसी दौरान उन्होंने गिरी बाबा नामक एक शख्स की मदद की. ऐसा लग रहा था कि शायद तेज प्रताप गिरी बाबा को पहले से जानते थे. गिरी से मिलते ही तेज प्रताप ने उनसे एक डॉयलॉग सुनाने को कहा. तेज प्रताप ने कहा कि ये अपने समय में एक अच्छे कलाकार हुआ करते थे. लेकिन घर की माली हालत खराब होने के चलते इनका दिमागी संतुलन थोड़ा बिगड़ गया है. इस वजह से ये यहां चाट-ठेला के दुकानों पर काम करते हैं और फुटपाथ पर ही सो जाते हैं.

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चिड़ियाघर के बाद तेज प्रताप यादव हज भवन की तरफ बढ़े यहां इको पार्क के गेट नंबर तीन के पास वे अपने गाड़ी से उतरे और कहा कि इस मार्ग का उद्घाटन 2016 में मैंने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने मिलकर संयुक्त रूप से किया था. इस दौरान उन्होंने वीडियो में लोगों को यातायात का पाठ पढ़ाते हुए लोगों को सड़क पार करने का तरीका भी समझाया.

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वहीं, जिस दौरान तेजप्रताप इको पार्क के पास सड़क पार करने के बारे में समझा रहे थे. उसी दौरन एक घोड़ा गाड़ी सड़क से गुजर रही थी. इसको देखकर तेज प्रताप यादव काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि इस गाड़ी का भी अपना अलग मजा है. वहीं उनके साथ मौजूद लोगों ने घोड़ा गाड़ी को रोकने कि कोशिश कि तो उन्होंने कहा कि ‘रोकिये नहीं…जाने वाले को कौन रोक सकता है. रोकिएगा तो सामने वाले के मन में कई तरह के सवाल आएंगे. इसलिए उसे जाने दिजिए.’

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