सृजन घोटाला : भागलपुर के तत्कालीन DM केपी रमैय्या समेत 59 के खिलाफ CBI ने चार्जशीट दाखिल की

पटना : सीबीआइ की विशेष अदालत में अरबों रुपये के सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ द्वारा भागलपुर के तत्कालीन डीएम और सीनियर रिटायर्ड आइएएस अधिकारी केपी रमैय्या समेत 59 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट (आरोप पत्र) दाखिल किया गया है. सीबीआइ द्वारा दाखिल तीन चार्जशीटों में आरोप लगाया गया है कि अभियुक्तों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सृजन महिला संस्था के कर्मियों से साठगांठ करके सरकारी राशि को सृजन के खाते में भेजा. उसके बाद राशि की बंदरबांट की.

By Prabhat Khabar | June 27, 2020 6:48 PM

पटना : सीबीआइ की विशेष अदालत में अरबों रुपये के सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ द्वारा भागलपुर के तत्कालीन डीएम और सीनियर रिटायर्ड आइएएस अधिकारी केपी रमैय्या समेत 59 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट (आरोप पत्र) दाखिल किया गया है. सीबीआइ द्वारा दाखिल तीन चार्जशीटों में आरोप लगाया गया है कि अभियुक्तों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सृजन महिला संस्था के कर्मियों से साठगांठ करके सरकारी राशि को सृजन के खाते में भेजा. उसके बाद राशि की बंदरबांट की.

सीबीआइ द्वारा दाखिल चार्जशीट आरसी 14ए/17 में भागलपुर के तत्कालीन डीएम केपी रमैय्या समेत 28 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है. उसमें अपने अनुसंधान में सीबीआइ ने पाया कि केपी रमैय्या वर्ष 2011 में जब डीएम भागलपुर थे, तो तत्कालीन नजारत भागलपुर के डिप्टी कलेक्टर विजय कुमार जो सृजन संस्थान के ऑफिस बियरर के प्रभार में थे, उसे साठगांठ कर डीएम भागलपुर के नाम खाता संख्या 240601 और 240602 खुलवाया. साथ ही उसमें से 3.50 करोड़ रुपये अवैध रूप से सृजन के खाते में ट्रांसफर कर गबन करने में सहयोग किया.

सीबीआइ द्वारा दाखिल दूसरे चार्जशीट 10ए/18 में मनोरमा देवी को मृतक दिखाते हुए और कुल 12 व्यक्तियों, जिसमें सृजन संस्था के कर्मी व बैंककर्मी शामिल हैं, के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है. इनमें अभियुक्तों पर अपने पद का दुरुपयोग व आपसी षड्यंत्र कर 38 करोड़ रुपये से ऊपर की राशि का गबन करने का आरोप लगा है. इसी प्रकार सीबीआइ द्वारा दाखिल पूरक चार्जशीट 15ए/17 में 19 लोगों को मुदालय बनाते हुए 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का गबन करने का आरोप लगाया गया है. सीबीआइ द्वारा दाखिल तीनों चार्जशीटों में डीएम केपी रमैय्या के अलावा कई बैंक अधिकारी व सृजन संस्था से जुड़े पदाधिकारी शामिल हैं. कई अभियुक्तों का नाम तीनों चार्जशीट में शामिल है.

इन मामलों में इनके खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट

आरसी 14ए/17 : बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक शंकर प्रसाद दास, क्लर्क संत कुमार सिन्हा, बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर वरुण कुमार, शाखा प्रबंधक गोलक बिहारी, शाखा प्रबंधक आनंद चंद्र, नवीन कुमार साहा, अर्जुन दास, इंडियन बैंक के मैनेजर संत कुमार झा, बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी अशोक कुमार अस्थाना, सहायक प्रबंधक रामकृष्ण झा, सहायक प्रबंधक रंजीत कुमार पाल, क्लर्क अजय कुमार पांडेय, शाखा प्रबंधक देवशंकर मिश्रा, ऑफिसर दिनकर टिग्गा, शाखा प्रबंधक सुरदीप राहा, डिप्टी कलेक्टर विजय कुमार, सहायक नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव, सृजन की प्रबंधक सरिता झा, निदेशक शुभालक्ष्मी झा, अमित कुमार, सचिव रजनी प्रिया, एएन वर्गीज, प्रवण कुमार घोष, शाखा प्रबंधक दिव्यानंद दत्ता, प्रद्युत कुमार मिश्रा, इंडियन बैंक के अधिकारी हरेकृष्ण अदक, स्व मनोरमा देवी.

आरसी 10ए/18 : इंडियन बैंक के अधिकारी अशोक कुमार अस्थाना, सहायक शाखा प्रबंधक रंजीत कुमार पाल, अधिकारी संजीव कुमार, दिनकर टिग्गा, सुरजीत राहा, रामकृष्ण झा, शाखा प्रबंधक अनंदा चंद्र घांडे, एसवी राजू, सरिता झा, चेयरमैन सुभालक्ष्मी, फिल्ड सुपरवाइजर उमेश सिंह, बैंक क्लर्क अजय कुमार पांडे, स्व मनोरमा देवी.

आरसी 15ए/17 : मुख्य प्रबंधक इंडियन बैंक देवशंकर मिश्रा, हरेकृष्ण अदक, वरीय प्रबंधक सुमित कुमार, बैंक ऑफ बड़ौदा के क्लर्क संत कुमार सिन्हा, क्षेत्रीय कार्यालय पूर्णिया के मुख्य प्रबंधक वरुण कुमार, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक सरफरूजुद्दीन, वरीय प्रबंधक संजय कुमार, मुख्य प्रबंधक बब्बन कुमार सिन्हा, मुख्य प्रबंधक प्रेम कुमार सिन्हा, रिकवरी अफसर नवीन कुमार साहा, मुख्य प्रबंधक शंकर प्रसाद दास, प्रबंधक अतुल रमण, सहायक सीनियर मैनेजर विद्यानंद दत्ता, सरिता झा, शुभालक्ष्मी, रजनी प्रिया, व्यवसायी विपिन कुमार शर्मा, वंशीधर झा, बैंक क्लर्क सीताराम राय.

Posted By : Kaushal Kishor

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