शांभवी चौधरी ने कांग्रेस को बताया आतंकवादियों की सरपरस्त, बोली- इन्हें हमेशा सहानुभूति रही है
Shambhavi Choudhary on Congress: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शंभवी चौधरी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल युवाओं को नेपाल जैसी अराजकता की ओर धकेल रहे हैं और खुद को युवा नेता कहने पर शर्म करनी चाहिए. चौधरी ने कांग्रेस पर आतंकवादियों से सहानुभूति और पाकिस्तानपरस्ती का आरोप लगाया और युवाओं से विकास की राह पर चलने की अपील की.
Shambhavi Choudhary on Rahul Gandhi: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया सोशल मीडिया पोस्ट और उनके करीबी सहयोगी सैम पित्रोदा के बयान पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने हाल ही में Gen-Z और लोकतंत्र को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिस पर सियासत गरमा गई है.
शांभवी चौधरी ने क्या कहा ?
शांभवी चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी जिस तरह से युवाओं को नेपाल जैसे हालात पैदा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, वह बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा, “यह राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाता है. वह युवाओं के अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन असल में उन्हें अराजकता की ओर धकेलना चाहते हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में ऐसा नेता है जो भारत को अंधकार में ले जाना चाहता है. राहुल गांधी को खुद को युवा नेता कहने पर शर्म आनी चाहिए.”
कांग्रेस आतंकवादियों के प्रति नरमी बरतती है: शांभवी
सांसद ने आगे कांग्रेस पर भी सीधा निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा आतंकवादियों के प्रति नरमी बरतती रही है. उन्होंने याद दिलाया कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को किसने ‘बेनेफिट ऑफ डाउट’ दिया था. शंभवी चौधरी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पाकिस्तान को अपना घर मानती है, लेकिन भारत में Gen-Z को उकसाकर आंदोलन कराना चाहती है.
युवा पीढ़ी को भटका रहे हैं राहुल गांधी: शांभवी
उन्होंने कहा, “कांग्रेस की नीयत देशहित में कभी नहीं रही है. आज जब दुनिया भारत की ताकत और लोकतांत्रिक मूल्यों को स्वीकार कर रही है, तब राहुल गांधी और उनके सहयोगी देश की युवा पीढ़ी को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. यह केवल राजनीति नहीं बल्कि देश की स्थिरता के साथ खिलवाड़ है.” राहुल गांधी के बयानों पर बिहार से उठी इस सख्त प्रतिक्रिया ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है. शंभवी चौधरी का कहना है कि युवाओं को विकास और सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, न कि कांग्रेस के बहकावे में आकर अराजकता की ओर.
