बिहार में कोरोना जांच के लिए तय दरों से अधिक पैसे लेने पर होगी कार्रवाई, जानें RT-PCR और एंटीजन टेस्ट का निर्धारित शुल्क

बिहार में कोरोना ने अपने पांव अब तेजी से पसार लिये हैं. गुरुवार को राजधानी पटना में 2155 मरीज तो पूरे प्रदेश में 6133 नये मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं. सभी जिलों में कोविड टेस्ट कराने के लिए लोग बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं. जिन जिलों में संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं वहां जांच के लिए लोग और अधिक बेचैन दिख रहे हैं. किसी भी तरह की आशंका रहने के बाद वो कोरोना जांच कराने सरकारी व प्राइवेट सेंटरों की तरफ जा रहे हैं. वहीं प्राइवेट लैब के लिए सरकार के तरफ से अब यह सख्त चेतावनी दे दी गई है कि कोई भी लैब अगर तय दरों से अधिक पैसे जांच के नाम पर लेता है तो उसके उपर कार्रवाई की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2021 7:01 AM

बिहार में कोरोना ने अपने पांव अब तेजी से पसार लिये हैं. गुरुवार को राजधानी पटना में 2155 मरीज तो पूरे प्रदेश में 6133 नये मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं. सभी जिलों में कोविड टेस्ट कराने के लिए लोग बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं. जिन जिलों में संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं वहां जांच के लिए लोग और अधिक बेचैन दिख रहे हैं. किसी भी तरह की आशंका रहने के बाद वो कोरोना जांच कराने सरकारी व प्राइवेट सेंटरों की तरफ जा रहे हैं. वहीं प्राइवेट लैब के लिए सरकार के तरफ से अब यह सख्त चेतावनी दे दी गई है कि कोई भी लैब अगर तय दरों से अधिक पैसे जांच के नाम पर लेता है तो उसके उपर कार्रवाई की जायेगी.

प्राइवेट लैब अब कोरोना के नाम पर मनमाना पैसे नहीं वसूल पायेंगे. सूबे के कई क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें सामने आने लगी थीं कि प्राइवेट लैब में कोरोना जांच के नाम पर मनमानी हो रही है. जिसे बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है. बिहार में अब आरटीपीसीआर जांच के नाम पर अधिक पैसे लेने वाले प्राइवेट लैब के उपर कार्रवाई की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर रेट भी पहले ही तय कर दिये हैं. इससे अधिक पैसे लेने की लिखित शिकायत जिस लैब के खिलाफ मिलेगी उस लैब के उपर अब कार्रवाई की जायेगी. लोग अधिक राशि लेने की शिकायत अपने जिले के जिलाधिकारी या सिविल सर्जन के पास कर सकेंगे.

दिसंबर 2020 में कोरोना जांच की दर निर्धारित कर दी गई थी. कई अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी कोविड टेस्ट में लगने वाले खर्च को घटा दिया गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गत दिसम्बर में जारी आदेश के तहत RT-PCR टेस्ट का शुल्क 800 रुपया प्रति जांच रखा गया था. वहीं अगर घर आकर कर्मी जांच सैंपल ले जायेंगे तो 300 रुपये अतिरिक्त चार्ज देने होंगे. वहीं एंटीजन टेस्ट के लिए 250 रुपये तय किये गये थे. ये शुल्क में रियायत के बाद की दरें हैं. इससे पहले आरटीपीसीआर 1500 तो एंटीजन टेस्ट के लिए 500 रुपया देना होता था.

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बता दें कि प्रदेश के कई जिलों से यह शिकायत सामने आने लगी है कि कोविड टेस्ट को लेकर अधिक राशि वसूली जा रही है. सरकारी अस्पतालों व टेस्ट सेंटरों में लोग लंबी कतार लगाकर कोरोना जांच के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. वहीं सरकारी व्यवस्था के तहत रिपोर्ट आने में कई जगहों पर काफी अधिक समय लग रहे हैं. कतार में लगने से बचने व जाचं रिपोर्ट मिलने में हो रहे विलंब से बचने लोग अब प्राइवेट लैब को अधिक तहरीज देते दिख रहे हैं. वहीं संक्रमण के भय से लोग घरों में बुलाकर भी टेस्ट सैंपल दे रहे हैं.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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