कोरोना काल में भी पटना नगर निगम का भरा खजाना, किया 12 करोड़ अधिक टैक्स संग्रह

पिछले साल कोरोना के व्यापक प्रकोप के बावजूद चालू वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा निगम ने 12 करोड़ अधिक टैक्स की वसूली की है. इस वित्तीय साल में निगम को 72़ 17 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है.

By Prabhat Khabar | April 3, 2021 10:30 AM

प्रमोद झा, पटना . पिछले साल कोरोना के व्यापक प्रकोप के बावजूद चालू वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा निगम ने 12 करोड़ अधिक टैक्स की वसूली की है. इस वित्तीय साल में निगम को 72़ 17 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है. कोरोना को लेकर लगभग दो माह वसूली बंद होने के बाद भी निगम ने अधिक राजस्व वसूल किया.

वित्तीय साल 2019-20 में एक लाख 93 हजार 635 होल्डरों से 60 करोड़ 83 लाख 41 हजार 600 रुपये मिले थे. चालू वित्तीय वर्ष में 1,66,269 आवासीय होल्डरों से 25 करोड़ 37 लाख 10 हजार 913 रुपये, 14,969 कॉमर्शियल होल्डरों से 20 करोड़ 18 लाख 71 हजार 267 रुपये, 23,109 अन्य होल्डरों से 21 करोड़ एक लाख 49 हजार 35 रुपये, 1465 खाली जमीन के होल्डरों से 78 लाख 40 हजार 821 रुपये, कचरा संग्रहण शुल्क में 57 हजार 269 होल्डरों से तीन करोड़ 31 लाख 43 हजार 980 रुपये वसूले हैं.

कुल दो लाख 63 हजार 131 होल्डरों से 72 करोड़ 17 लाख 16 हजार 15 रुपये राजस्व मिला है. केवल मार्च माह में निगम को 24078 होल्डरों से लगभग 10़ 10 करोड़ मिले हैं. चालू वित्तीय साल में 12 हजार नये होल्डरों को शामिल किया, जिसने टैक्स जमा किया. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के लगातार प्रयास से निगम के राजस्व वसूली में बढ़ोतरी हुई है.

पाटलिपुत्र अंचल में सबसे अधिक राजस्व मिला

निगम के पाटलिपुत्र अंचल में सबसे अधिक होल्डिंग टैक्स मिला. अंचल में 68300 होल्डरों से लगभग 18.18 करोड़ राजस्व मिला. नूतन राजधानी अंचल में 48438 होल्डरों से लगभग 15.19 करोड़, कंकड़बाग अंचल में 44969 होल्डरों से लगभग 14.51 करोड़, बांकीपुर अंचल में 41978 होल्डरों से लगभग 11.85 करोड़, अजीमाबाद अंचल में 37788 होल्डरों से लगभग 6.33 करोड़ व पटना सिटी अंचल में 21608 होल्डरों से लगभग 4.38 करोड़ राजस्व मिला.

सरकारी संस्थानों पर 55 करोड़ बकाया

निगम का सरकारी संस्थानों पर लगभग 55 करोड़ बकाया है. इसमें सबसे अधिक शिक्षण संस्थानों पर 25 करोड़ बकाया है. निगम को बिजली कंपनी से लगभग 3.30 करोड़, भवन निर्माण विभाग से 89 लाख, एसएसपी ऑफिस से 67 लाख, बीएसएनएल से 45 लाख, पीएमसीएच से 40 लाख मिले हैं.

Posted by Ashish Jha

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