NITI Aayog: देश के 112 आकांक्षी जिलों की रैंकिंग जारी, ओवरऑल परफॉर्मेंस के टॉप 5 में बिहार का एक भी जिला नहीं

वर्ष 2018 में लागू आकांक्षी जिला कार्यक्रम में बिहार के 12 जिले कटिहार, बेगूसराय, शेखपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, मुजफ्फरपुर और नवादा शामिल हैं. केंद्र की इस घोषणा से बिहार के इन 12 जिलों के प्रखंडों में विशेष सहायता मिलती है

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2023 11:56 PM

नीति आयोग ने देश के अल्प विकसित 112 आकांक्षी जिलों की नवंबर 2022 के लिए चैम्पियन ऑफ चेंज डेल्टा रैंकिंग जारी की है. देश के पांच सर्वश्रेष्ठ आकांक्षी जिलों की रैकिंग में बिहार के एक भी जिला नहीं है. जबकि पड़ोसी राज्य झारखंड के तीन जिले टॉप पांच जिलों में शामिल है. इसमें लोहरदगा का देश में पहला स्थान है, हजारीबाग तीसरे और बोकारो पांचवें स्थान पर है. इससे पहले नीति आयोग द्वारा जारी चैंपियन ऑफ चैंज डेल्टा रैंकिंग में टॉप पांच में बिहार के तीन जिले शेखपुरा पहले, पूर्णिया दूसरे और गया तीसरे स्थान पर थे.

रैंकिंग के लिए तय किये गये पैरामीटर

चैंपियन ऑफ चेंज डेल्टा रैंकिंग तय करने के लिए पांच व्यापक पैरामीटर तय किये गये हैं. इसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य और पोषण क्षेत्र में अच्छा काम को 30 फीसदी, शिक्षा को 30 फीसदी, कृषि और जल संसाधन को 20 फीसदी, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास को 10 फीसदी और इंफ्रास्ट्रक्चर को 10 फीसदी अंक दिये जाते हैं. इन पैरामीटर पर प्राप्त अंक के आधार पर रैंकिंग की जाती है.

क्या है आकांक्षी जिला कार्यक्रम

नक्सली हिंसा प्रभावित या सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े ज़िलों की पहचान कर उनके समग्र विकास में सहायता करना है. ताकि यह पिछड़े जिले भी विकास के पैमाने पर दुसरे जिलों के समकक्ष हो सके.

बिहार के12 जिले देश के आकांक्षी जिलों की सूची में

वर्ष 2018 में लागू आकांक्षी जिला कार्यक्रम में बिहार के 12 जिले कटिहार, बेगूसराय, शेखपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, मुजफ्फरपुर और नवादा शामिल हैं. केंद्र की इस घोषणा से बिहार के इन 12 जिलों के प्रखंडों में विशेष सहायता मिलती है. इन जिलों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, वित्तीय स्थिति और आधारभूत अवसंरचना जैसे प्रमुख क्षेत्रों को विकसित करने पर ध्यान दिए जाते हैं. शिक्षा क्षेत्र के लिए मुख्य रूप से स्कूल में पढ़ाई और लाइब्रेरी की सुविधा, स्कूलों में आधारभूत संरचना, जिसमें टॉयलेट व पेयजल आदि मुख्य हैं.

Next Article

Exit mobile version