Hockey turf Ground: पटना में बनेगा हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान, पढ़िए क्या होगी इसमें खास …
Hockey turf Ground in Patna इस मैदान पर करीब 24 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जल्द इस पर काम शुरू कर दिया जायेगा. अब बिहार के हॉकी खिलाड़ियों को एस्ट्रोटर्फ मैदान पर प्रशिक्षण लेने के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
राज्य के हॉकी, एथलेटिक्स, हैंडबॉल, बॉस्केटबाल, बालीबॉल और खो-खो के खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही उनके लिए पटना के राजेंद्रनगर स्थित फिजिकल एजुकेशन कॉलेज परिसर में हॉकी का एस्ट्रोटर्फ, फुटबॉल, एथलेटिक्स ट्रैक, हैंडबॉल, बॉस्केटबाल, बालीबॉल और खो-खो ग्राउंड बनेगा. इसके लिए डिजाइन फाइनल हो गया है. इस मैदान पर करीब 24 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जल्द इस पर काम शुरू कर दिया जायेगा. अब बिहार के हॉकी खिलाड़ियों को एस्ट्रोटर्फ मैदान पर प्रशिक्षण लेने के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस मैदान में एक बेहतरीन प्रशासनिक भवन भी बनेगा, जहां से सारी खेल गतिविधियां संचालित की जायेंगी. वहीं, इस ग्राउंड में आर्ची कॉरिडोर पर भी बनाया जायेगा.
अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनेगा हॉकी का मैदान
बिहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी मैदान बनाने की कवायद तेज हो गयी है. इसका निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानक के आधार पर किया जायेगा. एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड की लंबाई-चौड़ाई क्रमश: 55 मीटर और 91.40 मीटर होगी. इसके साथ ही हॉकी का वार्म-अप ग्राउंड भी होगा, जिसकी लंबाई और चौड़ाई 55-55 मीटर होगी.
फुटबॉल के साथ एथलेटिक्स ग्राउंड भी होगा
फिजिकल एजुकेशन कॉलेज में हॉकी ग्राउंड के बगल में 200 मीटर का फुटबॉल सह एथलेटिक्स ग्राउंड भी होगा. यहां फुटबॉल के अभ्यास के साथ-साथ ही एथलेटिक्स की गतिविधियां भी होंगी. वहीं, 20 मीटर चौड़ा और 40 लंबा हैंडबॉल, 15 मीटर चौड़ा और 28 मीटर लंबा का बॉस्केटबॉल, 18 मीटर चौड़ा और 9 मीटर लंबा वॉलीबॉल और 16 मीटर चौड़ा और 27 लंबा खो-खो ग्राउंड बनाया जायेगा.
बिहार में नहीं है एस्ट्रोटर्फ
हॉकी के एस्ट्रोटर्फ मैदान में फ्लडलाइट की भी व्यवस्था होगी और अंतराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी. इंफ्रास्ट्रक्चर का डीपीआर तैयार है. गौरतलब है कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद बिहार में हॉकी का एक भी एस्ट्रोटर्फ मैदान नहीं है. दानापुर कैंट में एस्ट्रोटर्फ का हॉकी मैदान है लेकिन वहां केवल सेना के खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति है.
यह होगी विशेषता
– हॉकी के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय टर्फ ग्राउंड खेलने की सुविधा मिलेगी़
– ग्राउंड पर फ्लड लाइट लगायी जाएंगी जिससे खिलाड़ी रात में भी खेल सकेंगे़
– हॉकी एकेडमी भी होगी, जिसके लिए कोच बहाल किए जाएंगे़
– बेहतर ट्रेनिंग के लिए स्पोर्ट्स साइंस स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी़
• राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता भी आयोजित हो सकेंगी़
… इसलिए जरूरी है एस्ट्रोटर्फ
– खिलाड़ी बेहतर ट्रेनिंग और प्रैक्टिस कर सकेंगे जिससे वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर पायेंगे़
– इससे बिहार के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम चयनित होने का मौका मिलेगा़