नीलगाय व जंगली सूअर को मारने की सूचना वेबसाइट पर देनी होगी
राज्य के विभिन्न जिलों खास कर गंगा और अन्य नदियों से सटे जिलों में घोड़परास (नीलगाय) और जंगली सूअर फसलों को नुकसान कर रहे हैं.

संवाददाता, पटना. राज्य के विभिन्न जिलों खास कर गंगा और अन्य नदियों से सटे जिलों में घोड़परास (नीलगाय) और जंगली सूअर फसलों को नुकसान कर रहे हैं. गैर जंगल क्षेत्र में फसल बर्बाद करने और जानमाल की क्षति पहुंचाने वाले घोड़परास और जंगली सूअर को मारने का प्रावधान किया है. घोड़परास और जंगली सूअर को मारने के लिए किसान संबंधित ग्राम पंचायत के वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन आवेदन gp.bihar.gov.in वेबसाइट पर कर सकते हैं. घोड़परास और जंगली सूअर को मार कर उसके शव निष्पादन के लिए लोगों को जानकारी देने के संबंध में पंचायती राज निदेशक आनंद शर्मा ने सभी डीएम को पत्र भेजा है.
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