Indian Railways / IRCTC / Train News : अगले महीने से बिहार में चलेंगी पैंसेजर ट्रेनें, इस माह के अंत तक शुरू होगा सरायगढ़-दरभंगा के बीच ट्रेनों का परिचालन

सोननगर-गोमो सेक्शन (263 किमी) पर डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर का काम शुरू होगा. इसे जून, 2022 तक पूरा होना है.

By Prabhat Khabar | February 9, 2021 6:57 AM

पटना. पूमरे के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगले साल से नेऊरा-दनियावां-बिहारशरीफ रेललाइन शुरू हो जायेगी.

इस माह के अंत तक सरायगढ़-दरभंगा के बीच ट्रेन परिचालन शुरू होगा और जेपी सेतु पर जून तक डबल रेललाइन तैयार हो जायेगी. इसके अलावा इस साल आरा से बलिया तक 65 किमी नयी रेललाइन का सर्वे होगा. बिहार में अगले महीने से पैंसेजर ट्रेनें चलने से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

सोननगर-गोमो सेक्शन (263 किमी) पर डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर का काम शुरू होगा. इसे जून, 2022 तक पूरा होना है.

जीएम ने कहा कि पूर्व मध्य रेल को वर्ष 2021-22 में 4843 करोड़ रुपये मिले हैं. इस राशि से पूमरे में चल रही विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने में गति मिलेगी.

पूमरे के अंतर्गत बिहार में 74,880 करोड़ से 57 परियोजनाओं और झारखंड में 22815 करोड़ से 16 परियोजनाओं पर काम हो रहा है.

अगले महीने से पैंसेजर ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव

उन्होंने अगले महीने से पैंसेजर ट्रेनें चलाने के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा. अभी 39 पैसेंजर ट्रेनें और 216 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं. जीएम ने कहा कि जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक ट्रेन परिचालन को लेकर रेलवे बोर्ड की अनुमति का इंतजार है. रक्सौल से काठमांडु तक नयी रेललाइन बनेगी.

ट्रेनों की बढ़ी रफ्तार

जीएम ने कहा कि झाझा से पं दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच अब 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चल रही हैं. पटना से खुलनेवाली संपूर्ण क्रांति का समय दो घंटे बढ़ाया गया है. ट्रेनों में एलएचबी कोच से सुविधा बढ़ी है.

जीएम ने कहा कि पूमरे हर क्षेत्र में अब टॉप थ्री में स्थान पाने में सफल रहा है. झंझारपुर से अररिया, गलगलिया रूट पर अधिकतर स्टेशनों पर एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर आने-जाने के लिए अंडरपास बनेगा. पूमरे में मिथिला पेंटिंग को बढ़ावा दिया गया है. इससे जुड़े कलाकारों को रोजगार मिला है.

रांची जाने में समय की होगी बचत

जीएम ने कहा कि कोडरमा-तिलैया कनेक्ट होने पर रांची जाने में चार से पांच घंटे का समय बचेगा. इसके लिए टनल बनाने का काम हो रहा है. लॉकउाउन समाप्त होने के बाद शुरू हुई स्पेशल ट्रेन में जून में 6़ 2 लाख, जबकि दिसंबर में 48.2 लाख यात्रियों ने सफर किया. पूमरे में 90% विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है.

अगले साल दिसंबर तक बचे हुए क्षेत्र में पूरा कर दिया जायेगा, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह समय 2023 है. कोरोना काल में कोसी महासेतु पर ब्रिज तैयार कर उपलब्धि हासिल की गयी. प्रेस काॅन्फ्रेंस में सीपीआरओ राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

Posted by Ashish Jha

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