बिहार में शुरू हुआ जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट, नीतीश कुमार के निर्देश के बाद IGIMS में चालू हुआ लैब

आइजीआइएमएस में यह जांच रविवार से शुरू हो गई है. इसके लिए सबसे पहले 25 सैंपल की सिक्वेंसिंग शुरू हुई है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 2, 2022 3:53 PM

पटना. बिहार के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है. अब जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट के लिए सैंपल को दिल्ली भेजने की जरूरत नहीं रहेगी. पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में कोरोना संक्रमितों में ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जांच शुरू हो गई है. अब ओमिक्रोन के जीनोम सीक्वेसिंग के लिए दिल्ली से रिपोर्ट आने का पाजिटिव मरीजों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद आइजीआइएमएस में यह जांच रविवार से शुरू हो गई है. इसके लिए सबसे पहले 25 सैंपल की सिक्वेंसिंग शुरू हुई है. अब 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट मिल जाएगी. इससे पहले सैंपल पटना से दिल्ली के एनसीडीएस लैब में भेजे जा रहे थे.

पिछले दो दिनों पहले ही कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन ने बिहार में दस्तक दे दी है. पटना में ओमिक्रॉन का एक मरीज मिला है. ओमिक्रोन के मरीज मिलने तक राज्य में जीनोम सीक्वेसिंग जांच की सुविधा नहीं थी. इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार शाम अधिकारियों की बैठक बुलायी थी. बिहार में ओमिक्रोन के मरीज मिल चुके हैं, ऐसे में सबसे पहले पटना में ही ओमिक्रोन के टेस्टिंग की जल्द से जल्द व्यवस्था करने का निर्देश दिया था.

पिछले दो दिनों बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, बिहार में शनिवार को कोरोना के 281 नए मामले सामने आए हैं. वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या अब 749 हो गयी है. सबसे ज्यादा मरीज पटना में मिले हैं. पटना में 136 कोरोना के नए संक्रमित मिले हैं. वहीं गया में 70 नए मरीज मिले हैं.

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं. देश के 23 राज्यों में अब तक 1525 केस सामने आ चुका हैं. हालांकि इनमें से 560 मरीज ठीक हो चुके हैं. सबसे ज्यादा 460 केस महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं. इसके बाद 351 मरीजों के साथ दिल्ली दूसरे नंबर पर है. गुजरात में 136 मरीज मिले हैं.

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