पटना के ड्रग इंस्पेक्टर की बेंगलुरु नोएडा और रांची में भी संपत्ति, बरामद नकदी चार करोड़ से ऊपर पहुंची

निगरानी टीम को अब तक की जांच में ऐसी कई संपत्ति का पता चला है, जिसका उल्लेख उन्होंने अपनी वार्षिक संपत्ति विवरणी में नहीं किया है. इसमें पटना के संदलपुर मुहल्ला स्थित मातृछाया अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या 301 शामिल है.

By Prabhat Khabar | June 27, 2022 6:33 AM

पटना. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की जद में आये पटना के ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार की बेहिसाब संपत्ति का हिसाब निकालने में अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. शनिवार को ड्रग इंस्पेक्टर के सुल्तानगंज स्थित खान मिर्जा गली स्थित आवास पर देर रात तक नोट गिनने वाली मशीन से चली गिनती के बाद अधिकारियों को कुल 4 करोड़ 11 लाख 79 हजार 700 रुपये नकद का पता चला. यह अब तक की सबसे बड़ी नकदी की बरामदगी है. बेंगलुरु, नोएडा व रांची में भी संपत्ति का पता चला है. साथ ही सोने के आभूषण भी पौन किलो से बढ़ कर एक किलो हो गये.

प्रदेश में नकदी की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी

रविवार को बरामद नकदी निगरानी कार्यालय में लायी गयी, जिसे सोमवार को बैंक खुलने पर जमा कराया जायेगा. 19 घंटे तक लगातार चली जांच के बाद ड्रग इंस्पेक्टर की कई बेनामी संपत्ति, जमीन-मकान से जुड़े दस्तावेज और बैंक खातों व वित्तीय निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इनके सत्यापन के बाद बेहिसाब संपत्ति का दायरा बढ़ने की उम्मीद है. ड्रग इंस्पेक्टर के एसबीआइ, पीएनबी, केनरा और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के आठ पासबुक जबकि एलआइसी, मैक्स लाइफ, अवीवा, न्यू इंडिया इंश्योरेंस में निवेश से संबंधित दस कागजात मिले हैं. सोमवार को बैंकों के खुलने पर इन बैंक खातों में जमा राशि, लॉकर आदि की जानकारी ली जायेगी. इसके साथ ही वित्तीय निवेश संबंधित कागजातों का भी सत्यापन कराया जायेगा.

कई और संपत्ति का पता चला

निगरानी को अब तक की जांच में ऐसी कई संपत्ति का पता चला है, जिसका उल्लेख उन्होंने अपनी वार्षिक संपत्ति विवरणी में नहीं किया है. इसमें पटना के संदलपुर मुहल्ला स्थित मातृछाया अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या 301 शामिल है. इसके अलावा गया शहर के मनोरमा अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या 201 के बगल में फ्लैट संख्या 202 भी ड्रग इंस्पेक्टर का ही होने की आशंका जतायी गयी है. हालांकि इससे संबंधित दस्तावेज अब तक नहीं मिले हैं.

Also Read: पटना के ड्रग इंस्पेक्टर ने बोरे में भरकर रखे थे करोड़ों रुपये, जानें आखिर कहां से आती थी ये काली कमाई

इस फ्लैट का बिजली कनेक्शन जितेंद्र कुमार के नाम से पाया गया है. इनके द्वारा बेंगलुरु में भी फ्लैट खरीदे जाने की सूचना है. जांच में निगरानी को 27 जमीन के डीड एवं कागजात मिले हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है. इनमें कई बिहार से बाहर नोएडा और रांची के भी हैं. सुल्तानगंज खान मिर्जा गली में पुश्तैनी के साथ ही अपने नाम से खरीदी जमीन पर लगभग 4000 वर्गफीट में जी प्लस फोर मकान का निर्माण जितेंद्र कुमार ने ही कराया है.

2019 में इइ के घर से मिले थे 2.36 करोड़

जानकार बताते हैं कि राज्य निगरानी ब्यूरो ने जून, 2019 में पटना में तैनात पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिंह को 14 लाख रुपए रिश्वत लेते उसके घर से ही दबोच था. इसके बाद जांच में उसके घर से 2.36 करोड़ रुपये नकदी बरामद की थी. तब बिहार में किसी सरकारी कर्मी के घर से यह सबसे बड़ी बरामदगी थी. अब पटना के ड्रग इंस्पेक्टर के घर में 4.11 करोड़ रुपये कैश की बरामदगी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने की है. ऐसे में इसे किसी सरकारी कर्मी के घर से अब तक की सबसे बड़ी कैश बरामदगी बतायी जा रही है.

Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.

FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE

Next Article

Exit mobile version