Bihar Politics: उदित राज ने चिराग पासवान को बताया मोहरा, नीतीश कुमार को लेकर कही ये बात

चिराग पासवान इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई. चिराग के इस एलान के बाद दलित चिंतक और कांग्रेस नेता उदित राज ने बड़ा बयान दिया है.

By Ashish Jha | June 9, 2025 11:26 AM

Bihar Politics: पटना. दलित चिंतक और कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा है कि चिराग पासवान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का मोहरा बताया है. उन्होंने कहा है, “चिराग पासवान बिना पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे के काम नहीं कर सकते हैं. अब नीतीश कुमार छोटे पार्टनर हो गए, बीजेपी से कभी बड़े पार्टनर हुआ करते थे. पिछली बार इनको 44-45 सीटें मिलीं. बीजेपी को 74 सीटें मिल गईं. नीतीश कुमार को लाले पड़ जाएंगे कि उनका बेटा पंचायत चुनाव लड़कर जीत जाए.”

‘इस बार उनको को और नीचे ला देंगे’

कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि जब आरजेडी और कांग्रेस के साथ नीतीश कुमार थे तो 100 से ऊपर सीटें इनकी आती थीं. एक समय ऐसा था कि अकेले सरकार बनाने की स्थिति में हुआ करते थे. पिछली बार इनको काट-छांटकर भारतीय जनता पार्टी ने बराबर कर दिया. चिराग पासवान को खड़ा कर दिया. खूब आलोचना कराई और आसएसएस के कैडर को चिराग पासवान की पार्टी से चुनाव लड़वा दिया. अब इनको समाप्त करने का बंदोबस्त कर दिया है. कांग्रेस नेता ने नीतीश कुमार के संदर्भ में दावा किया, “इस बार उनको को और नीचे ला देंगे. सीटें भले ज्यादा दे देंगे, बराबर दे देंगे, लेकिन हो सकता है कि 45 के नीचे 20-25 ला दें और बीजेपी अपना स्ट्राइक रेट 80-90 प्रतिशत पहुंचाकर इनको घर पर बैठा दे.”

अमित शाह के बयान पर क्या बोले?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हम बंगाल भी जीतेंगे और तमिलनाडु भी जीतेंगे. उनके बयान पर उदित राज ने कहा, “वो महाराष्ट्र और हरियाणा के मॉडल के आधार पर जीत सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के बाद तय किया है कि चुनाव वो जीतेंगे ही जीतेंगे. हर चुनाव जीतेंगे. जो चुनाव नहीं जीतना चाहेंगे कि जिससे बहुत ज्यादा बदनामी हो, उस चुनाव को हारना स्वीकार करेंगे. सारा जीत का मैजिक उनके पास है. इलेक्शन कमीशन उनके पास, ईवीएम उनके पास और सारा कंट्रोल उनके पास में है.” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे हैं उसका कोई जवाब नहीं है.

Also Read: Folk Band: मिथिला का ‘फोक बैंड’ रसनचौकी, इन पांच वाद्ययंत्रों पर कभी नहीं बजता शोक धुन