Bihar Chunav 2020: बिहार के सियासी जंग में हथियार बने लोकगीत, दो हिस्सों में बंटा डिजिटल प्लेटफार्म

Bihar Election 2020: भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर और मैथिली लोक गायिका मैथिली ठाकुर के लोकगीतों मसलन बिहार में ‘का बा’ और ‘इ बा’ की टशन डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर जंग का रूप ले चुकी है.

By Prabhat Khabar | October 19, 2020 8:41 AM

Bihar Chunav 2020, News Update: भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर और मैथिली लोक गायिका मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur songs) के लोकगीतों मसलन बिहार में ‘का बा’ और ‘इ बा’ की टशन डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर जंग का रूप ले चुकी है. दोनों के पीछे जाने-अनजाने राजनीतिक दल भी खड़े हो गये हैं. दोनों के समर्थक भी खूब हैं. फिलहाल बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में दोनों के लोकगीत प्रचार व जंग का हथियार बन गये हैं. बिहार चुनाव 2020 लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

चर्चित भोजपुरी लोकगीत ‘बिहार में का बा?’ के जवाब में मैथिली लोकगीत ‘बिहार में इ बा’ आ चुका है. बिहार के चुनावी परिदृश्य में रचे गये इन लोगगीतों को बिहार के सियासी गठबंधनों ने अपने-अपने हिसाब से लिया है.

लोक गायिका मैथिली ठाकुर व नेहा सिंह राठौर सत्ताधारी गठबंधन एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के खेमे से जुड़-सी गयी हैं. दरअसल, ये लोकगीत दो अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं की प्रतिस्पर्धा के प्रतिनिधि स्वर बन कर उभरे हैं.

Bihar chunav 2020: बिहार के सियासी जंग में हथियार बने लोकगीत, दो हिस्सों में बंटा डिजिटल प्लेटफार्म 2

नेहा राठौर के गाने को जहां राजद नेतृत्व वाला महागठबंधन खूब इस्तेमाल कर रहा है, क्योंकि इसके जरिये वह सत्ताधारी एनडीए के 15 साल के कार्यकाल पर सवाल उठा रहा है. वहीं, मैथिली ठाकुर की तरफ से मैथिली में गाये गये ‘बिहार में इ बा’ गाने को एनडीए नेताओं ने खूब सराहा है, क्योंकि इसके जरिये वह सत्ताधारी दल के दावे को पुख्ता कर रही हैं. फिलहाल सोशल मीडिया पर इन दोनों लोकगीतों की खूब चर्चा है.

आया नेहा सिंह राठौर का ट्विटर हैंडल पर जवाब

वर्तमान हालात यह हैं कि मैथिली ठाकुर के वीडियो पर नेहा सिंह राठौर ने भी पलटवार दिया है. उन्‍होंने ट्विटर पर लिखा है कि लोक-कलाकारों को लोक के हितों से समझौता नहीं करना चाहिए. नेहा सिंह ने कहा कि चुनाव में मुद्दे उठाने की जगह दबाना लोकहित के विपरीत बात है.

भोजपुरी रैप सांग ‘बंबई में का बा’ की नकल हैं ये दोनों लोकगीत

हाल ही में बॉलीवुड निदेशक अनुभव सिन्हा व मनोज वाजपेयी ने एक भोजपुरी रैप सांग ‘बंबई में का बा’ रिलीज क‍िया था. यह रैप सांग चर्चित हुआ था. पसंद भी किया गया था. बिहार की सियासत में इसकी एंट्री लोक गायिका नेहा सिंह राठौर की वजह से हुई.

उन्‍होंने ‘बिहार में का बा’ के नाम से गाना गाया, जो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ. जवाब में मैथिली का वीडियो सामने आया. सियासत के बहाने ये दाेनों गायिकाओं की प्रतिस्पर्धा फिलहाल चरम पर है. बिहार में ”बिहार में का बा?” के जरिये जहां नेहा राठौर ने बेरोजगारी, पलायन और दूसरी विसंगतियों की तरफ ध्यान आकृष्ट किया.

वहीं, मैथिली ठाकुर ने एक वीडियो साझा कर मिथिला क्षेत्र के साथ बदलते बिहार का जिक्र किया है. उन्होंने लोकगीत के जरिये यह बताने की कोशिश की है कि मिथिला में सब कुछ है. उन्‍होंने बताया है कि मिथिला में दरभंगा एयरपोर्ट है .

एम्‍स भी बन रहा है. मैथिली ठाकुर के मुताबिक मिथिला के हर हर गांव में सड़क और 24 घंटे बिजली है. मैथिली ठाकुर ने गाने के माध्‍यम से कहा है कि जो स्‍कूल झोपड़ी में चल रहा था, वो अब पक्‍के मकान में है. मैथिली ने इशारों में नेहा सिंह राठौर पर भ्रम फैलाने का आरोप भी लगाया. नेहा के गायन को अल्लड़-वल्लड़ करार दिया है.

Posted by Ashish Jha

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