बिहार में ड्रोन से शराब की प्रभावी निगरानी पर रोजाना खर्च आ रहे पांच से सात लाख, दियरा में बढ़ी चौकसी

ड्रोन से चौकसी के काफी अच्छे नतीजे सामने आये हैं. खासकर गंगा किनारे दियारा इलाकों और दुर्गम क्षेत्रों में यह बेहद प्रभावी साबित हो रहे हैं. अवैध तरीके से देसी या चुलाई की शराब पर अंकुश लगाने में ड्रोन से चौकसी बेहद कारगर साबित हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar | April 28, 2022 10:14 AM

पटना. राज्य में शराबबंदी कानून को पूरी मुस्तैदी से लागू करने के लिए दियारा क्षेत्र, जंगली और अन्य दुर्गम इलाकों में निगरानी के लिए ड्रोन की व्यवस्था की गयी है. ऐसे इलाकों में ड्रोन उड़ाने के लिए अभी तीन कंपनियों से अनुबंध किया गया है. इसमें मुख्य रूप से दो कंपनियों ने करीब 20 ड्रोन मुहैया करा रखा है. इनका किराया एक हजार 900 रुपये प्रति वर्गफुट है. इस तरह से रोजाना जरूरत के मुताबिक 15 से 20 ड्रोन को दुर्गम क्षेत्रों में उड़ाया जाता है.

ड्रोन की उड़ान से चौकसी

यह जिलों से आने वाली डिमांड पर भी निर्भर करता है. अगर किसी जिला से इसके लिए डिमांड आती है, तो इसे वहां निर्धारित दिन के लिए भेजा जाता है. इस तरह ड्रोन की उड़ान से चौकसी करने पर रोजाना पांच से सात लाख रुपये का खर्च आता है. यानी रोजाना औसतन 320 से 370 वर्गफुट क्षेत्र की चौकसी इसके माध्यम से होती है. ड्रोन से निगरानी रखने के प्रक्रिया की शुरुआत इस वर्ष 21 जनवरी से शुरू की गयी है, जो अभी तक जारी है.

दियारा और पहाड़ी इलाकों में होती है ड्रोन से कार्रवाई

ड्रोन से चौकसी के काफी अच्छे नतीजे सामने आये हैं. खासकर गंगा किनारे दियारा इलाकों और दुर्गम क्षेत्रों में यह बेहद प्रभावी साबित हो रहे हैं. अवैध तरीके से देसी या चुलाई की शराब पर अंकुश लगाने में ड्रोन से चौकसी बेहद कारगर साबित हो रहे हैं. इसकी मदद से विशेषतौर से दियारा इलाके में रोजाना दर्जनों छापेमारी होती है और कई भट्ठियां ध्वस्त की जाती हैं. वैशाली, सारण, पटना दियारा, समस्तीपुर, भोजपुर, बेगूसराय, लखीसराय, गया व नालंदा समेत अन्य जिलों के दियारा और पहाड़ी इलाकों में इसकी मदद से छापेमारी की जा रही है.

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प्रत्येक ड्रोन का किराया 1900 रुपये प्रति वर्गफुट

जनवरी से मार्च 2022 तक शराब बरामदगी और कार्रवाई की स्थिति को देखे, तो 23 हजार 65 मामले दर्ज हुए. 28 हजार 745 गिरफ्तारी हुई. आठ लाख 65 हजार 669 लीटर शराब जब्त की गयी.

इन महीनों में हुई इतनी कार्रवाई

  • फरवरी- 6,952 एफआइआर और 2,72,636 लीटर शराब जब्त

  • मार्च- 8,635 एफआइआर व2,98,281 लीटर शराब जब्त

  • अप्रैल (25 अप्रैल तक)- 150 छापेमारी एवं 74975 ली जब्त.

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