अब तो मजबूरी में ही मगध एक्सप्रेस से सफर

लेट-लतीफी : तीन माह में एक दिन भी समय पर जंकशन नहीं पहुंची डाउन ट्रेन, यात्रियों को होती है काफी परेशानी पटना : रेलवे प्रशासन की डायरी में ट्रेनें जैसे-जैसे पुरानी होती है, उसकी प्राथमिकता खत्म होती चली जाती है. यही वजह है कि दिल्ली-पटना-इस्लामपुर के बीच चलनेवाली मगध एक्सप्रेस अब उनकी प्राथमिकता में नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 20, 2017 5:19 AM
लेट-लतीफी : तीन माह में एक दिन भी समय पर जंकशन नहीं पहुंची डाउन ट्रेन, यात्रियों को होती है काफी परेशानी
पटना : रेलवे प्रशासन की डायरी में ट्रेनें जैसे-जैसे पुरानी होती है, उसकी प्राथमिकता खत्म होती चली जाती है. यही वजह है कि दिल्ली-पटना-इस्लामपुर के बीच चलनेवाली मगध एक्सप्रेस अब उनकी प्राथमिकता में नहीं रही.
मगध एक्सप्रेस कभी सोनभद्र एक्सप्रेस थी, जो पटना-दिल्ली-पटना के बीच चलती थी और ट्रेन ईस्टर्न रेलवे के अधीन थी. तब सोनभद्र एक्सप्रेस का परिचालन ससमय होता था. ट्रेन का नाम बदलने के साथ-साथ ट्रेन नंबर भी बदला गया और ट्रेन नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के अधीन आ गयी. साथ ही ट्रेन का विस्तार पटना से इस्लामपुर तक किया गया. इसके बाद से ही ट्रेन की रफ्तार पर ब्रेक लग गयी. स्थिति यह है कि पिछले तीन माह में एक दिन भी मगध एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से जंकशन नहीं पहुंची है.
उपाय के बाद भी नहीं सुधरी रफ्तार
मगध एक्सप्रेस का पटना से इस्लामपुर तक विस्तार किया गया, उस समय दिल्ली से इस्लामपुर आ रही मगध एक्सप्रेस रास्ते में तीन-चार घंटे विलंब हो गयी. इस स्थिति में रेलवे प्रशासन ने ससमय परिचालन के लिए इस्लामपुर के बदले पटना से ही ट्रेन को दिल्ली के लिए लौटाना शुरू किया, ताकि अगले दिन से निर्धारित समय पर परिचालन हो सकें.
हालांकि, इसके बावजूद ट्रेन की रफ्तार में कोई सुधार नहीं हुई और आज भी मगध एक्सप्रेस का परिचालन घंटों विलंब से हाे रही है. ट्रेन के विलंब परिचालन से मगध एक्सप्रेस यात्रियों के पसंद में निचले पायदान पर है और यात्रियों को तब दूसरे ट्रेनों में टिकट नहीं मिलते हैं, तो मजबूरन मगध एक्सप्रेस में टिकट बुक कराते हैं.
खराब कंट्रोलिंग व्यवस्था बड़ा कारण
मगध एक्सप्रेस का दिल्ली स्टेशन से रात्रि 8:00 बजे रवाना होने का समय है और पिछले 18 दिनों में दिल्ली से यह ट्रेन लगभग समय से रवाना हुई है, लेकिन अलीगढ़ जंकशन आते-आते विलंब हो जाती है. इसके बाद से ट्रेन लगातार विलंब होने लगती है और पटना पहुंचते-पहुंचते पांच से सात घंटे तक विलंब हो जाती है. इसकी वजह है कि रेलवे की रनिंग ट्रेन कंट्रोलिंग सिस्टम ध्वस्त है. यही वजह है कि स्टार्टिंग स्टेशन से ससमय खुलनेवाली ट्रेन रास्ते में विलंब हो जाती है.
मगध एक्सप्रेस का मुगलसराय स्टेशन पहुंचने का निर्धारित समय 7:40 है और इस ट्रेन से पहले मुगलसराय से पटना के लिए मेमू ट्रेन खुलती है. साथ ही आगे-पीछे भी ट्रेनें है. स्थिति यह है कि मगध एक्सप्रेस अपने समय से लगातार विलंब से मुगलसराय पहुंचती है.
इससे मगध को हमेशा मेमू ट्रेन और दूसरे एक्सप्रेस के पीछे-पीछे चलना पड़ता है. बुधवार को ही मुगलसराय स्टेशन पर ट्रेन 4:40 घंटे विलंब से पहुंची और पटना जंकशन पहुंचते-पहुंचते 6:30 घंटे विलंब हो गयी. बिहटा से पटना आने में ट्रेन को दो घंटे लग गये. शुरुआती दिनों में यह ट्रेन 12391/92 नंबर से चलती थी. बाद में इस नंबर से श्रमजीवी एक्सप्रेस की शुरुआत की गयी और ट्रेन नंबर 12401/02 से मगध एक्सप्रेस का परिचालन होने लगा.
दिल्ली-मुगलसराय के बीच 10 स्टॉपेज: अलीगढ़, टुंडला, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, इटावा, कानपुर सेंट्रल, इलाहाबाद, विंध्याचल, मिर्जापुर, मुगलसराय
मुगलसराय से पटना 10 स्टॉपेज : जमनियां, दिलदार नगर, बक्सर, डुमरांव, बिहिया, आरा, बिहटा, दानापुर, फुलवारीशरीफ व पटना
पटना से इस्लामपुर सात स्टॉपेज : राजेंद्र नगर, पटना साहिब, फतुहा, दनियावां, हिलसा, एकंगरसराय व इस्लामपुर
पांच दिनों की स्थिति
19 अप्रैल 6:30 घंटे विलंब
18 अप्रैल 4:10 घंटे विलंब
17 अप्रैल 4:30 घंटे विलंब
16 अप्रैल 3:45 घंटे विलंब
15 अप्रैल 4:00 घंटे विलंब

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