BSSC पेपर लीक मामला : IAS सीके अनिल के खिलाफ वारंट

ओएसडी पर अध्यक्ष की मदद करने, साक्ष्य मिटाने व सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप पटना : बीएसएससी पेपर लीक कांड में आयाेग के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद अब एक और आइएएस अधिकारी सीके अनिल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. वह बीएसएससी के ओएसडी हैं. सूत्रों के मुताबिक अगमकुआं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 2, 2017 7:54 AM

ओएसडी पर अध्यक्ष की मदद करने, साक्ष्य मिटाने व सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप

पटना : बीएसएससी पेपर लीक कांड में आयाेग के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद अब एक और आइएएस अधिकारी सीके अनिल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. वह बीएसएससी के ओएसडी हैं. सूत्रों के मुताबिक अगमकुआं पुलिस को वारंट मिल चुका है. आगे की कार्रवाई के लिए एसआइटी रणनीति बना रही है. हालांकि, सीके अनिल के खिलाफ वारंट की पुष्टि एसआइटी प्रमुख मनु महाराज ने नहीं की है. लेकिन, सूत्रों का कहना है कि वह अधिकारी सीके अनिल ही हैं.

मालूम हो कि बीएसएससी में दो ही आइएएस अधिकारी तैनात हैं- एक अध्यक्ष व दूसरा ओएसडी. पेपर लीक मामले में सीके अनिल की संलिप्तता के कुछ सबूत एसआइटी को हाथ लगे हैं. उनके खिलाफ साक्ष्य मिटाने, सुधीर कुमार की मदद करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के प्रमाण एसआइटी के पास हैं.

सूत्रों की मानें, तो इसी आधार पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के लिए एसअाइटी ने कोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर आदेश मिल गया है. साथ ही एसअाइटी कुछ और साक्ष्य जुटाने में लगी है. सूत्रों की मानें, तो सुधीर कुमार को गिरफ्तारी से दो दिन पहले अपना मोबाइल फोन बंद करने, पटना से हजारीबाग जाने की सलाह भी सीके अनिल ने ही दी थी. उन्होंनेे ही सुधीर कुमार को नया सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया था. सुधीर कुमार को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया था.
तकनीकी अनुसंधान और एफएसएल की मदद से एसआइटी जुटायेगी साक्ष्य
बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद जिस तरह से माहौल गरम है, उससे अब एसआइटी फूंक-फूंक के कदम रख रही है. अब जब ओएसडी सीके अनिल के शामिल होने की बात सामने आयी है, तो एसआइटी ने कुछ प्रमाण कोर्ट को दिये हैं. इनमें कुछ लोगों के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर कोर्ट को सौंपा गया है.
पेपर लीक करने के आरोपितों से बातचीत करने, सुधीर कुमार की मदद करने के कुछ प्रमाण सौंपे गये हैं. सूत्रों की मानें, तो अब एसआइटी वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान से कुछ साक्ष्य जुटाने में लगी है. इसमें एफएसएल से भी कुछ जांच रिपोर्ट ली जा रही है. बहुत जल्द कुछ और प्रमाण कोर्ट को सौंप दिये जायेंगे.
इन दो वैज्ञािनक साक्ष्यों के आधार पर लिया वारंट
– एसआइटी ने सीके अनिल के मोबाइल का टावर लोकेशन और कॉल डिटेल्स निकाला, जिससे स्पष्ट होता है कि पेपर लीक में उनकी भूमिका कितनी है.
– सीके अनिल ने बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार के कंप्यूटर में छेड़छाड़ कर सबूतों को मिटाने की कोशिश की है. उस कंप्यूटर के की-बोर्ड पर सीके अनिल की अंगुलियों के निशान मिले हैं. फिगरप्रिंट की जांच में इसकी पुष्टि हो चुकी है.
हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ जारी, कई राज्यों में छापे भी
बीएसएससी पेपर लीक मामले में हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ जारी है. इनकी मदद से एसआइटी ने बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार के भी खिलाफ कुछ और सबूत जुटाये हैं. इन्हें भी कोर्ट को सौंपा जायेगा. वहीं, कदमकुआं इलाके से उठाये गये लोगों की निशानदेही पर कुछ जगहों पर पुलिस टीम भेजी गयी है. झारखंड, कोलकाता व दिल्ली में पुलिस टीम आनंद बरार समेत अन्य लोगों की तलाश कर रही है. इसके अलावा सुधीर कुमार के कुछ नाते-रिश्तेदारों से भी एसआइटी पूछताछ करने की तैयारी में है. इधर, सुधीर कुमार के भांजे आशीष कुमार ने एक बार फिर पूछताछ में यह बात दोहरायी है कि उसके नाना राधा प्रसाद ने ही हजारीबाग में उसे प्रश्नपत्र और आंसर उपलब्ध कराये थे़
विधायकों को कब उठायेगी एसआइटी!
पटना. बीएसएससी पेपर लीक मामले में अब तक हुई एसआइटी जांच में आइएएस अधिकारी तो इसकी जद में आ चुके हैं, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि उन तीन विधायकों पर कब कार्रवाई होगी, जो एवीएन स्कूल के मालिक रामाशीष राय के रैकेट में शामिल हैं. इनमें दो विधायक पटना और एक विधायक औरंगाबाद जिले के हैं और तीनों तीन अलग-अलग बड़ी पार्टियों से ताल्लुक रखते हैं. अब देखना है कि इन विधायकों तक एसआइटी की टीम कब पहुंचती है या इनके खिलाफ वारंट के लिए कब पहल करती है.

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