ऑक्सीटोसिन की खुली बिक्री पर लगी रोक

पटना : राज्य सरकार ने ऑक्सीटोसिन की खुली बिक्री पर रोक लगा दी है. अब यह पूरे राज्य में बिना डॉक्टर के सलाह पर नहीं बिकेगी. अब तक राज्य में सभी जगहों पर गाय और भैंस से दूध के लिए इसका उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है. पशु संसाधन विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 1, 2016 7:15 AM
पटना : राज्य सरकार ने ऑक्सीटोसिन की खुली बिक्री पर रोक लगा दी है. अब यह पूरे राज्य में बिना डॉक्टर के सलाह पर नहीं बिकेगी. अब तक राज्य में सभी जगहों पर गाय और भैंस से दूध के लिए इसका उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है. पशु संसाधन विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार ने भी बिहार समेत अन्य राज्यों के इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए निर्देश जारी किया है.
राज्य के कृषि विभाग ने भी कहा है सब्जियों में इसका उपयोग कोई लाभदायक नहीं है. इससे फसलों की क्षति ही होती है.
कृषि विभाग ने जारी सूचना में कहा है कि यूटेराइन कैंसर, नपुंसकता, महिलाओं में अनियमित रक्त स्राव, आंख खराब होना, महिलाओं के प्रजनन क्षमता पर दुष्प्रभाव, अनावश्यक बाल आने समेत अन्य परेशानी होती है. विभाग द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि सब्जियों और फलों में इसके उपयोग से कोई अतिरिक्त वृद्धि नहीं होती है. उल्टे इसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.
विभागीय अधिकारी ने बताया कि पशुओं से दूध निकालने और सब्जियों को बढ़ाने की भ्रम में पूरे राज्य में प्रतिदिन लगभग एक लाख वाइल का उपयोग हो रहा है. सरकार सख्ती से कार्रवाई नहीं करेगी तो इसके उपयोग को रोकना संभव नहीं होगा.
पशुपालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि राज्य के शहर से ग्रामीण इलाकों तक गाय और भैंस से दूध निकालने के लिए ऑक्सीटोसीन का उपयोग किया जा रहा है.
इस पर रोक की की कार्रवाई की जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया है. ड्रग इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि ऑक्सीटोसीन बिना डॉक्टर के सलाह की बिक्री पर रोक है. इसके दुरुपयोग की सूचना पर गया में कार्रवाई की गयी है. उन्होंने ने बताया कि बिहार में सिर्फ गया में यह दवा बनती है.
यहां इसके निर्माण पर नजर रखी जा रही है. अब नये सिरे से ऑक्सीटोसीन बनाने का लाइसेंस देना बंद कर दिया गया है. श्री कुमार ने बताया कि ऑक्सीटोसीन के उपयोग की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. जल्द ही पूरे राज्य में ऑक्सीटोसिन के दुरुपयोग पर रोक के लिए अभियान शुरू होगा.

Next Article

Exit mobile version