यात्रियों की सुविधा व पर्यावरण को ठीक रखने के लिए लिया फैसला, चलेगी मेमू ट्रेन, बढ़ेगी स्पीड

पटना: पूर्व मध्य रेलवे के सभी मंडलों में अब सिर्फ मेमू ट्रेन चलेगी. यह ट्रेनें डेमू ट्रेन की जगह पर चलेगी. दरअसल डेमू यानी (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट) की जगह पर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट) ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है. सब कुछ ठीक रहा, तो 2016 से पूर्व मध्य रेलवे के सभी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 26, 2015 9:06 AM
पटना: पूर्व मध्य रेलवे के सभी मंडलों में अब सिर्फ मेमू ट्रेन चलेगी. यह ट्रेनें डेमू ट्रेन की जगह पर चलेगी. दरअसल डेमू यानी (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट) की जगह पर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट) ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है. सब कुछ ठीक रहा, तो 2016 से पूर्व मध्य रेलवे के सभी मंडलों में मेमू ट्रेन चलने लगेगी.

रेलवे अधकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यात्रियों की सुविधा और पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिए रेलवे मेमू ट्रेन चलायेगा. जानकारों की मानें, तो अगर यह ट्रेन चलती है, तो ट्रेन के समय में भी काफी सुधार आयेगा. रेलवे अधिकारियों की मानें, तो पूमरे के सभी मंडलों में इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनें चलती हैं. वहीं जिन जगहों पर इलेक्ट्रिक तार की सुविधा नहीं हैं, वहां भी तार दौड़ाने का काम चल रहा है. ऐसे में मेमू ट्रेन को भी चलाने में फायदा होगा.

क्या होगा फायदा
मेमू ट्रेन चलाये जाने से यात्रियों व रेलवे दोनों को काफी फायदा होगा. इससे ट्रेन की जहां स्पीड बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर डेमू के अपेक्षा तीन अधिक कोच भी होंगे. मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट (मेमू) बिजली से चलनेवाली मेनलाइन ट्रेन है. जो कि ज्यादातर एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ने का काम करती हैं. इन ट्रेनों की रफ्तार पैसेंजर ट्रेन से अधिक होती है. इससे यात्री समय पर अपने गंतव्य स्टेशन पर पहुंच सकेंगे. यह ट्रेन कई जगह सफल साबित हुई है.
डेमू से यह हो रहा घाटा
डेमू यानी (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टी यूनिट) डीजल से चलती है. इसमें डीजल की खपत अधिक होती है. इससे रेलवे को भी घाटा है. इसके अलावा ट्रेन से निकलने वाली धुआं पर्यावरण के संतुलन में बाधा उत्पन करते हैं. साथ ही इन ट्रेनों के सीट भी काफी छोटे होते हैं इससे यात्रियों को बैठने में परेशानी होती है. डेमू ट्रेन की क्षमता 150 किमी से कम होती है. जबकि मेमू ट्रेन 250 से तीन सौ किमी तक चल सकती हैं.

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