जनता हमारी मालिक है और सेवा करना हमारा धर्म : CM नीतीश कुमार

पटना : बिहार की सरकार पैक्स और सहकारिता की सारी अपेक्षाओं को पूरा करने की हरसंभव कोशिश कर रही है. इसका एलान रविवार को ‘सहकारिता महासम्मेलन-2020’ में सीएम नीतीश कुमार ने किया. पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर स्थित बापू सभागार में सीएम नीतीश कुमार ने ‘सहकारिता महासम्मेलन-2020’ का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में निमंत्रण देने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2020 6:36 PM

पटना : बिहार की सरकार पैक्स और सहकारिता की सारी अपेक्षाओं को पूरा करने की हरसंभव कोशिश कर रही है. इसका एलान रविवार को ‘सहकारिता महासम्मेलन-2020’ में सीएम नीतीश कुमार ने किया. पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर स्थित बापू सभागार में सीएम नीतीश कुमार ने ‘सहकारिता महासम्मेलन-2020’ का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में निमंत्रण देने के लिये सीएम ने आयोजकों को शुक्रिया भी कहा. सीएम ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कई पुराने लोगों से मुलाकात हुई. उनसे केंद्र सरकार में मंत्री रहने के दौरान चर्चा होती थी. कृषि मंत्री रहने के दौरान सहकारिता के क्षेत्र में काम करने का मौका मिला. उन्होंने सहकारिता को स्वायत्तता देने के लिये कदम उठाया.

‘राज्य के लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है’
अपने भाषण के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जिस जगह कार्यक्रम आयोजित किया गया है वो अपने आप में खास है. इस तरह का यूनिक भवन देश में दूसरा नहीं है. सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के परिसर में ज्ञान भवन और सभ्यता द्वार भी है. उन्होंने नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्षों को बधाई देते हुए बीस साल पहले बिस्कोमान की खस्ता हालत का जिक्र भी किया. सीएम ने भरोसा दिया कि धान की अधिप्राप्ति में आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने एलान किया कि पैक्स को 15 लाख रुपये तक के कृषि यंत्र दिये जायेंगे. सरकार की कोशिश सभी किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराने की है. उन्होंने जोर दिया कि लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है.
पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘जल जीवन हरियाली’
भाषण के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में आपदा प्रबंधन की कोई व्यवस्था नहीं थी. सरकार गठन के बाद उन्होंने 2007 से आपदा प्रबंधन के लिये कई काम किये हैं. 2007 और 2008 की बाढ़ में प्रभावित लोगों तक हरसंभव मदद पहुंचायी गयी. जलवायु परिवर्तन के कारण मॉनसून और भूजल स्तर पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. इसको लेकर बिहार सरकार ने ‘जल जीवन हरियाली’ अभियान चलाया. हाल ही में 5 करोड़ 18 लाख लोगों ने 18 हजार किमी से लंबी मानव श्रृंखला बनाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. सरकार ने फैसला लिया है कि महीने के हर मंगलवार को सरकारी स्कूलों और संस्थानों में ‘जल जीवन हरियाली’ के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की जायेगी.
‘अनाज उत्पादन के मामले में बिहार आत्मनिर्भर’
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कृषि रोडमैप बनने से बिहार में कई फसलों का उत्पादन बढ़ा है. गेहूं, चावल, मक्का, सब्जी और फलों के उत्पादन में वृद्धि हुई है. बिहार अनाज के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है. को-ऑपरेटिव सोसाइटी और किसानों को सही लाभ दिलाने के लिये गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ा जायेगा. गांव के अंदर पक्की गली और नाली का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य सरकार ‘हर घर में नल का जल’ पहुंचाने में जुटी है. इस साल विधानसभा चुनाव के पहले तक सारे कामों को पूरा कर लिया जायेगा. सीएम ने बताया कि हर घर तक बिजली पहुंचा दी गयी है. पैक्स को सुविधा देने के साथ ही सहकारिता को सम्मान दिया गया है. हर अच्छे सुझाव पर अमल किया जायेगा.
ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ दिलाने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार में पैक्स की संख्या 1 करोड़ 24 लाख तक पहुंच गयी है. इसमें महिलाओं की संख्या दो लाख से बढ़कर 36 लाख हो गयी है. अब, पैक्स से स्वयं सहायता समूह भी जुड़ने लगे हैं. सीएम ने जानकारी दी कि सरकारी बैंकों में 25 महिला सहायक प्रबंधक की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. राज्य सरकार कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दे रही है, किसान इसका लाभ जरूर उठाएं. भरोसा दिया कि सरकार की कोशिश ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ दिलाने की है. आयोजकों से बिहार आने वालों को गया, राजगीर, बोधगया, वैशाली जैसे जगहों पर घुमाने ले जाने की अपील की. कहा कि इससे बाहर से आने वाले लोगों को बिहार में हुए बदलावों की जानकारी मिल सकेगी.

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