एसटीइटी : पटना के एएन कॉलेज समेत चार सेंटरों की परीक्षा रद्द, दोषियों पर प्राथमिकी

पटना : बिहार बोर्ड की ओर से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी) मंगलवार को 317 परीक्षा केंद्रों पर हुई. इनमें से चार सेंटरों की परीक्षा हंगामे के कारण रद्द कर दी गयी है. इनमें एलपी शाही कॉलेज मुजफ्फरपुर, महेंद्र महिला कॉलेज गोपालगंज व आरएम कॉलेज सहरसा में पहली पाली में हुई पेपर-1परीक्षा रद्द कर दी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 29, 2020 8:55 AM
पटना : बिहार बोर्ड की ओर से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी) मंगलवार को 317 परीक्षा केंद्रों पर हुई. इनमें से चार सेंटरों की परीक्षा हंगामे के कारण रद्द कर दी गयी है. इनमें एलपी शाही कॉलेज मुजफ्फरपुर, महेंद्र महिला कॉलेज गोपालगंज व आरएम कॉलेज सहरसा में पहली पाली में हुई पेपर-1परीक्षा रद्द कर दी गयी है. वहीं, एएन कॉलेज पटना में दूसरी पाली में हुई पेपर-2 की परीक्षा को रद्दकिया गया है.
यह जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि रद्द सेंटरों की परीक्षा फरवरी के अंतिम सप्ताह में होगी. परीक्षा काफी सख्ती से ली गयी है. बेहतर व्यवस्था के कारण इन सेंटरों पर विरोध हुआ है. कड़ाई के कारण स्टूडेंट्स परीक्षा नहीं देना चाह रहे थे. इनमें कई लोग हंगामा कराने में शामिल हुए. इनकी पहचान हो चुकी है.
जिला प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. साथ ही अन्य लोगों की पहचान भी सीसीटीवी और फोटो के माध्यम से की जा रही है. हंगामे में शामिल लोगों को दुबारा होनेवाली परीक्षा में बैठने नहीं दिया जायेगा. जिन अभ्यर्थियों पर अब तक कार्रवाई हुई है या आगे होगी, उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जायेगी. उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जायेगा. सहरसा के सेंटर से तीन-चार लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. कुछ शरारती तत्वों ने हंगामा खड़ा किया है. डीएम की रिपोर्ट के बाद बोर्ड भी कार्रवाई करेगा.
बायोमीट्रिक से हुई हाजिरी, जैमर का प्रयोग रहा सफल
पेपर-1 की परीक्षा के लिए 1,81,738 लोगों ने फॉर्म भरा था. वहीं, पेपर-2 के लिए 65,503 लोगों ने फॉर्म भरा था. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सभी सेंटरों पर थे. बायोमीट्रिक तरीके से हाजिरी ली गयी. बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि पहली बार जैमर का प्रयोग एसटीइटी में किया गया था, जो काफी कारगार साबित हुआ. उन्होंने कहा कि कई सेंटरों का मैंने भ्रमण भी किया. प्रश्नपत्र को लेकर भी भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. प्रश्नपत्र का स्टैंडर्ड काफी बेहतर था. उन्होंने परीक्षा संचालन के लिए सभी जिलों के डीएम व एसपी के साथ परीक्षा कार्य में लगे सभी लोगों को बधाई दी.
पटना, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज व सहरसा में एक-एक केंद्रों की परीक्षा रद्द
रद्द सेंटरों की परीक्षा फरवरी के अंतिम सप्ताह में होगी दोबारा
हंगामा करने वाले नहीं दे सकेंगे दोबारा परीक्षा

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