नहीं मिली है चिठ्ठी, मुद्दा होगा तो करेंगे बात: जगदानंद

पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने रविवार को बताया है कि उन्हें किसी की राजनीतिक चिट्ठी अब तक नहीं मिली है. इस मामले में अटकलबाजी लगाना ठीक नहीं है. जरूरत होगी तो वे इस मामले में बात करेंगे. हालांकि, इस मामले में पार्टी में हलचल मची हुई है. रघुवंश प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 13, 2020 8:33 AM

पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने रविवार को बताया है कि उन्हें किसी की राजनीतिक चिट्ठी अब तक नहीं मिली है. इस मामले में अटकलबाजी लगाना ठीक नहीं है. जरूरत होगी तो वे इस मामले में बात करेंगे. हालांकि, इस मामले में पार्टी में हलचल मची हुई है. रघुवंश प्रसाद सिंह की तरफ से राजद अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी के संदर्भ में एक और राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सुर- में -सुर मिलाया है. उन्होंने कहा कि है कि रघुवंश ने जो भी कहा है, पार्टी के हित में कहा है.

फिलहाल राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की बहुचर्चित चिट्ठी पर पार्टी आलाकमान ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है.नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मामले अब तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, बताया जा रहा है कि पार्टी फोरम से परे इस तरह की राजनीतिक चिट्ठी के सार्वजनिक होने पर पार्टी अालाकमान खुश नहीं है.
पार्टी के जानकारों के मुताबिक चुनावी साल में तेजस्वी यादव के लिए सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के धुरंधर समाजवादी बुजुर्गों से समन्वय बनाने में आयेगी. हालांकि पार्टी के सूत्रों का कहना है कि चुनावी साल में तेजस्वी यादव ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहेंगे, जिससे प्रतिस्पर्धी दलों को कोई राजनीतिक फायदा हो. साेमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव भी पटना में ही रहेंगे. संभव है कि चिट्ठी का मसला उनके सामने भी उठाया जाये.
राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि रघुवंश प्रसाद ने इसी तरह की चिट्ठी पूर्व अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे के कार्यकाल में भी लिखी थी. वे तभी भी पार्टी की कार्यशैली से असहमत थे. तब भी पार्टी आलाकमान चुप था. चूंकि राजद में सभी निर्णय लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव की सहमति से ही लिये जा रहे हैं.
ऐसे में अगर राजद में कुछ भी गड़बड़ी गिनायी जायेगी तो यह शीर्ष नेतृत्व की नीतियों पर सवाल उठाने जैसा ही होगा. गौरतलब है कि राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीते रोज पार्टी अध्यक्ष को एक चिठ्ठी लिखकर पार्टी की वर्तमान रणनीति को लेकर सवाल उठाये हैं.

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