सड़क पर जलजमाव, पेयजल की किल्लत, कई के पास रहने को नहीं है घर

पटना : 15 साल पहले नगर निगम क्षेत्र में जुड़नेवाला दीघा इलाका आज भी विकास की बाट जोह रहा है. पटना नगर निगम का वार्ड संख्या एक के शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद इस इलाके में बसी लाखों की आबादी के लिए जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है. यहां बोरिंग, पानी टंकी व पाइपलाइन का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 10, 2020 8:05 AM

पटना : 15 साल पहले नगर निगम क्षेत्र में जुड़नेवाला दीघा इलाका आज भी विकास की बाट जोह रहा है. पटना नगर निगम का वार्ड संख्या एक के शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद इस इलाके में बसी लाखों की आबादी के लिए जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है. यहां बोरिंग, पानी टंकी व पाइपलाइन का विस्तार नहीं हो पाया है. लोगों को अपनी बोरिंग या फिर चापाकल का सहारा है.

बरसात में जलजमाव भी बड़ी समस्या है. दीघा मुसहरी के लगभग पौने दो सौ घरों में अधिकांश के पास सिर ढकने के लिए छत नहीं है. अगर किसी को मकान बनाने के लिए सरकारी योजना का लाभ मिला, तो बहुत-से लोगों को दूसरी व तीसरी किस्त की राशि नहीं मिली. इससे छत ढालने का काम पूरा नहीं हुआ. नाला नहीं होने से घर के सामने ही पानी जमा रहता है.
रेलवे लाइन के किनारे झोंपड़ी बना कर रहनेवालों को सड़क निर्माण की वजह से हटा दिया गया, लेकिन बसाने की कोई व्यवस्था नहीं हुई. वार्ड में वृद्धावस्था पेंशन व राशन नहीं मिलने का लोगों को मलाल है.
नाला नहीं होने से जलजमाव की स्थिति : मुहल्ले में नाला का निर्माण नहीं होने से जलजमाव की समस्या हमेशा बरकरार रहती है. लोगों के घरों के सामने पानी जमा रहता है. दो दिनों से छिटपुट बारिश होने से कई जगहों पर जलजमाव है. गलियों में स्ट्रीट लाइटें भी नहीं लगी हैं.
पार्षदों की अनुशंसा पर नहीं हो रहा काम
निगम में प्रत्येक वार्ड में पार्षदों की अनुशंसा पर दो करोड़ की राशि से काम होना है. इस वार्ड में पार्षदों से कार्यों को लेकर अनुशंसा नहीं ली जा रही है.
केवल नाली-गली योजना पर काम शुरू हुआ है. जलापूर्ति को लेकर कोई भी काम नहीं हो रहा है. वृद्धावस्था पेंशन के लिए लोगों ने आवेदन जमा किया, लेकिन राशि का भुगतान नहीं हुआ. राशन नहीं मिलने पर लोग वार्ड पार्षद के यहां चक्कर लगा रहे हैं.
पटना नगर निगम के वार्ड संख्या एक का हाल
लाखों की आबादी झेल रही परेशानी वृद्धावस्था पेंशन भी नहीं मिल रही
पार्षदों से विकास
कार्यों को लेकर अनुशंसा नहीं ली जा रही है. इससे काम अवरुद्ध है. जबकि क्षेत्र में जलापूर्ति, नाला निर्माण, गलियों में रोशनी की व्यवस्था आदि जरूरी है. नाली-गली योजना पर काम में देरी हो रही है. वृद्धावस्था पेंशन के लिए लगभग 400 लोगों का आवेदन जमा कराया गया है, लेकिन किसी को राशि नहीं मिली है. पीला कूपन वाले राशन उपभोक्ताओं को अनाज मिलना बंद हो गया है. लोग परेशान होकर घर पहुंचते हैं. निगम में इन मुद्दों को उठाने पर भी समाधान नहीं हो रहा है.
छठिया देवी, वार्ड पार्षद
पार्षदों की अनुशंसा
पर नहीं हो रहा काम
इंदिरा गांधी
आवास योजना से राशि नहीं मिली. प्लास्टिक तान कर पूरा परिवार रह रहा हैं. निगम की ओर से सुविधा नहीं मिली है. पेयजल की व्यवस्था नहीं है.
रामजी मांझी
छत ढालने के लिए तीसरी किस्त का इंतजार है. शहर में रहने के बावजूद कोई सुविधा नहीं है. बोरिंग नहीं होने से दूर के चापाकल से पानी लाकर काम चलाते हैं.
कांति देवी
वृद्धावस्था पेंशन के लिए वार्ड पार्षद के यहां मैंने आवेदन दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. हमलोगों नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. घर के सामने ही नाली का पानी जमा रहता है.
छठु मांझी
रेलवे किनारे बनी झोंपड़ी को उजाड़ दिया गया. बदले में रहने के लिए जगह अभी तक नहीं मिली. अब जैसे-तैसे जी रहे हैं.
वैश्यंत्री
घर बनाने के लिए अब तक पैसा नहीं मिल सका है. इस कारण हमलोग काफी परेशान हैं. निगम की ओर से भी कोई सुविधा नहीं मिली है.
ज्ञानंती देवी

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