दो हजार क्वार्टरों में हैं पीएनजी कनेक्शन, पर नहीं जला चूल्हा

सुबोध कुमार नंदन, पटना : पाइपलाइन से घरों तक पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) पहुंचाने के लिए राजधानी के कई क्षेत्रों में पाइपलाइन और कनेक्शन पाइप पहुंच चुका है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार राज्य विद्युत बोर्ड (बीएसइबी) और भवन निर्माण विभाग के दो हजार क्वार्टरों में पीएनजी कनेक्शन पहुंच चुका है, लेकिन आठ माह बीत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2019 8:09 AM

सुबोध कुमार नंदन, पटना : पाइपलाइन से घरों तक पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) पहुंचाने के लिए राजधानी के कई क्षेत्रों में पाइपलाइन और कनेक्शन पाइप पहुंच चुका है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार राज्य विद्युत बोर्ड (बीएसइबी) और भवन निर्माण विभाग के दो हजार क्वार्टरों में पीएनजी कनेक्शन पहुंच चुका है, लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी कर्मचारी पीएनजी से खाना बनाने को तैयार नहीं है. अधिकारियों के मुताबिक क्वार्टर में रह रहे अधिकारी-कर्मचारी सरकारी क्वार्टर होने के नाते विभाग को भुगतान करने के लिए बोल रहे हैं.

वहीं, गेल के अधिकारी विभाग से पेमेंट करने को लेकर फॉलोअप कर रहे हैं. लेकिन कनेक्शन शुरू करने को ले भुगतान नहीं किया गया है. इससे एक भी क्वार्टर में पीएनजी कनेक्शन चालू नहीं हो सका है. मिली जानकारी के अनुसार अब तक नौ हजार से अधिक लोगों ने ही पीएनजी कनेक्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है. उस पर भी केवल 650 घरों में ही पीएनजी से खाना बन रहा है.
55 किमी का है प्रोजेक्ट : पीएम ने 17 फरवरी को पटना में पीएनजी सेवा की शुरुआत की थी. पाइपलाइन लगभग 55 किमी तक बिछानी है. आइजीआइएमएस, जगदेव पथ इलाके में पीएनजी की मेन पाइपलाइन व अपार्टमेंटों में कनेक्शन का काम पूरा हो चुका है. इन इलाके में 650 घरों में ही पीएनजी से खाना बन रहा है.
एक नजर में
निबंधन शुल्क 345 रुपये
सिक्योरिटी मनी 6000 रुपये
पीएनजी का रेट30.20 रुपये
(प्रति मीटर क्यू)
इन इलाकों से गुजरेगी पाइपलाइन
पाइपलाइन नौबतपुर से होते हुए फुलवारीशरीफ, जगदेव पथ, बेली रोड से होते हुए गांधी मैदान. बेली रोड से सगुना मोड़, खगौल (रेलवे स्टेशन). साथ ही बेली रोड से दानापुर कैंट से दीघा-कुर्जी से होते गांधी मैदान पहुंचेगी. गांधी मैदान से गायघाट से बाइपास से होते टोल प्लाजा से होते हुए कुम्हरार और कंकड़बाग पहुंचेगी.
यहां के लोगों में
जागरूकता की कमी है, जो लोग महानगरों में रह चुके हैं, वे कनेक्शन लेने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन आमलोग मिलने को तैयार नहीं होते हैं. यहीं कारण है कि निबंधन नहीं करा रहे हैं. निबंधन करा भी ले रहे हैं, तो कनेक्शन लेने में टालमटोल कर रहे हैं.
रजनीश कुमार गोयल, महाप्रबंधक, गेल इंडिया लिमिटेड

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