पटना : होमगार्ड जवानों की तय होगी जवाबदेही

अनुज शर्मा कार्यरत होमगार्ड को प्रखंडवार 534 कंपनियों में व्यवस्थित करने का आदेश पटना : बिहार गृह रक्षा वाहिनी में संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव की प्रक्रिया चल रही है. होमगार्ड से बेहतर तरीके से काम लिया जाये, उनकी जवाबदेही निर्धारित हो, इसके लिए सेना और बीएमपी की तर्ज पर कमांडिंग सिस्टम तैयार किया जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 21, 2019 2:44 AM
अनुज शर्मा
कार्यरत होमगार्ड को प्रखंडवार 534 कंपनियों में व्यवस्थित करने का आदेश
पटना : बिहार गृह रक्षा वाहिनी में संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव की प्रक्रिया चल रही है. होमगार्ड से बेहतर तरीके से काम लिया जाये, उनकी जवाबदेही निर्धारित हो, इसके लिए सेना और बीएमपी की तर्ज पर कमांडिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है, यानी पूरे राज्य में वर्तमान बल को करीब 534 कंपनियों में व्यवस्थित किया जायेगा. बिहार में करीब 60 हजार होमगार्ड जवान हैं.
इतना बड़ा बल अभी तक संगठनात्म रूप से व्यवस्थित नहीं है. स्थिति यह है कि जो होमगार्ड थाने में तैनात हैं वह भत्ता और ड्यूटी लगवाने के समय ही अपने विभाग के अधिकारियों से संपर्क करते हैं. अधिकारियों के कार्यालय अथवा आवास पर तैनात होमगार्ड से जुड़ी सूचनाएं एकत्रित करने में और भी समय लग जाता है.
कहीं घटना होने पर इनकी जवाबदेही तक तय नहीं होती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस परिपाटी को बदला जा रहा है. गृह रक्षा वाहिनी में संगठनात्मक सुधार किया जा रहा है. जिस तरह सेना और अर्धसैनिक बलों में ‘कंपनी फॉर्मेट ’ होता है उसी तर्ज पर यहां कमांड बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
नियुक्त होंगे कमांडर, हर प्रखंड में होगी होमगार्ड की एक कंपनी
हर प्रखंड में चाहिए 110 होमगार्ड
राज्य में 534 प्रखंड हैं. प्रत्येक प्रखंड में करीब 110 होमगार्ड की जरूरत है. यदि किसी जिले में इस संख्या में होमगार्ड उपलब्ध नहीं हैं तो आसपास के ब्लाॅक के होमगार्ड को कंपनी में शामिल किया जायेगा.
इस बल को एक कंपनी के रूप में गठित किया जायेगा, यानी हर प्रखंड में एक होमगार्ड कंपनी होगी. इस कंपनी में एक कंपनी कमांडर और 99 अदर रैंक होंगी. कंपनी के अधीन 32 जवानों पर एक प्लाटून होगी. सकी कमांड प्लाटून कमांडर पर होगी. होमगार्ड की सबसे छोटी यूनिट सेक्शन होगी.
होमगार्ड के काम की क्षमता में वृद्धि और जवाबदेही तय करने के लिए संगठनात्मक सुधार किया जा रहा है. सभी जिला कमांडेंट को निर्देश दिया गया है कि वह एक माह के अंदर बल को ‘कंपनी फॉर्मेट ’ के रूप में तैयार करें.
आरके मिश्रा, महासमादेष्टा, होमगार्ड एवं अग्निशाम सेवाएं

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