राज्य में एक लाख 20 हजार डॉक्टर और 3.6 लाख नर्सों की है जरूरत

पटना : बिहार में चिकित्सकों व नर्सों की बड़ी कमी है. राज्य की आबादी के अनुसार राज्य में एक लाख, 20 हजार डॉक्टरों और तीन लाख, 60 हजार नर्सों की आवश्यकता है. राज्य में 28,419 एएनएम व 8,018 जीएनएम नर्सें मौजूद हैं. राज्य सरकार इस गैप को पाटने की दिशा में काम कर रही है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 29, 2019 4:16 AM

पटना : बिहार में चिकित्सकों व नर्सों की बड़ी कमी है. राज्य की आबादी के अनुसार राज्य में एक लाख, 20 हजार डॉक्टरों और तीन लाख, 60 हजार नर्सों की आवश्यकता है. राज्य में 28,419 एएनएम व 8,018 जीएनएम नर्सें मौजूद हैं.

राज्य सरकार इस गैप को पाटने की दिशा में काम कर रही है. बिहार प्री सर्विस नर्सिंग शिक्षण को लेकर शनिवार को अधिवेशन भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय से इस कमी को दूर करने के लिए पहल की गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने कि कहा कि वर्तमान में राज्य में 10 एएनएम तथा पांच जीएनएम संस्थानें संचालित हैं.
सभी 32 सरकारी एएनएम प्रशिक्षण स्कूलों में 2130 छात्राओं का नामांकन किया जाता है. साथ ही राज्य के 11 जीएनएम स्कूलों में 668 का नामांकन किया जा रहा है. अपर सचिव ने कहा कि राज्य में कुल 86 एएनएम नर्सिंग स्कूल, 39 जीएनएम स्कूल व 16 बीएससी नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना का काम पूरा हो जायेगा.
नर्सिंग स्कूलों को लाइब्रेरी की पुस्तकों की खरीद के लिए दो लाख और फर्नीचर की खरीद के लिए 15 लाख आवंटित किया गया है. संविदा पर 207 नर्सिंग ट्यूटर का पद स्वीकृत किया गया है.
फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई : मंगल
समारोह को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में नर्सिंग क्षेत्र में बिहार कई राज्यों से पीछे हैं. इसे देखते हुए सरकार ने सरकारी संस्थानों को बढ़ाने का निर्णय किया है. उन्होंने निजी संस्थानों को पारदर्शिता का पालन करने के लिए अपना वेबसाइट बनाने को कहा. इस पर संस्थान से संबंधित सभी प्रकार की सूचनाएं भी अपलोड होगी. विभाग फर्जी निजी नर्सिंग होम चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा.

Next Article

Exit mobile version