बेटे का पटना में माॅल होता तो प्राइवेट नौकरी नहीं करता

पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आरोप को लेकर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि मेरे बेटे का अगर पटना में माॅल बन रहा है, तो वह यहां रह कर उसकी देखभाल करता, न कि बेंगलुरु में किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता. अगर मेरे बेटे के नाम की समरूपता की वजह से कोई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 28, 2019 4:38 AM

पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आरोप को लेकर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि मेरे बेटे का अगर पटना में माॅल बन रहा है, तो वह यहां रह कर उसकी देखभाल करता, न कि बेंगलुरु में किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता. अगर मेरे बेटे के नाम की समरूपता की वजह से कोई प्रोपर्टी मेरी है तो क्या तेज प्रताप, तेजस्वी, चंदा, रागिनी नाम से जितने भी उद्योग व प्रतिष्ठान हैं,उन सभी पर लालू-राबड़ी परिवार अपना दावा करेगा? डिप्टी सीएम ने कहा कि तथाकथित किसी माॅल से मेरा या मेरे परिवार के किसी का कोई संबंध नहीं है.

अपनी संपत्ति का ब्योरा मैं चुनाव आयोग और प्रत्येक वर्ष मंत्रिपरिषद में घोषित करता हूं, इसके अतिरिक्त मेरी कोई भी संपत्ति राबड़ी देवी साबित कर दें, तो उसे मैं उनके परिवार के नाम से लिखने के लिए तैयार हूं.
राबड़ी देवी के आरोपों पर बोले डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी
घोषित के अतिरिक्त कोई भी संपत्ति साबित हुई, तो लालू परिवार के नाम लिखने को तैयार
राबड़ी देवी पटना शहर में 43 भूखंडों के अलावा
30 से ज्यादा फ्लैटों की मालकिन कैसे बनीं?
राबड़ी देवी बताएं कि उनका 8 फ्लैट बालू माफिया सुभाष यादव और तथाकथित सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में घिरे राजद के एक विधायक ने एक ही दिन चार करोड़, 28 लाख देकर क्यों खरीदा? राबड़ी देवी पटना शहर में 43 भूखंड के अलावा 30 से ज्यादा फ्लैट की मालकिन कैसे बनी? पटना की जिस तीन एकड़ जमीन पर उनके बेटे का 750 करोड़ की लागत से बिहार का सबसे बड़ा माॅल बन रहा था, वह जमीन कैसे हासिल की गयी?
आखिर लालू परिवार 141 भूखंड के अलावा 30 से अधिक फ्लैट व आधे दर्जन मकानों के मालिक कैसे बन गया? मात्र 29 साल की उम्र में तेजस्वी यादव 52 व तेज प्रताप यादव 28 से ज्यादा संपत्ति के मालिक कैसे बन गये? चारा घोटाले के चार-चार मामलों के सजायाफ्ता लालू ने क्या संपत्ति हथियाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल कर वाड्रा को भी मात दे दिया?

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