मॉनसून सत्र के हंगामेदार होने की संभावना

पटना : अगले सप्ताह 28 जून से बिहार विधानमंडल का शुरू होनेवाला मॉनसून सत्र हंगामेदार होगा. मुजफ्फरपुर में बीमारी से होनेवाली बच्चों की मौत को लेकर पूरा विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में जुटा है. कांग्रेस और राजद की ओर से सरकार को इस मामले में सदन के अंदर और बाहर घेरने की तैयारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 21, 2019 5:22 AM

पटना : अगले सप्ताह 28 जून से बिहार विधानमंडल का शुरू होनेवाला मॉनसून सत्र हंगामेदार होगा. मुजफ्फरपुर में बीमारी से होनेवाली बच्चों की मौत को लेकर पूरा विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में जुटा है.

कांग्रेस और राजद की ओर से सरकार को इस मामले में सदन के अंदर और बाहर घेरने की तैयारी शुरू हो चुकी है. कांग्रेस की ओर से काम रोको प्रस्ताव और राष्ट्रीय जनता दल की ओर से भी कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया जायेगा. विपक्ष का कहना है कि मुजफ्फरपुर की घटना से पूरा देश मर्माहत है. इस मामले में सरकार पूरी तरह से विफल रही है.
केंद्र सरकार का नजरिया जाहिर : कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने बताया कि बिहार में एइएस बीमारी से बच्चों की हर साल मौत हो रही है. इस मामले में राष्ट्रपति के अभिभाषण में बिहार की घटना का एक शब्द भी जिक्र नहीं किया गया. यह अपने आप में केंद्र सरकार के नजरिये को जाहिर कर रहा है.
बच्चों की मौत की घटना की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गयी है. विधानमंडल के दोनों सदनों में सत्र के दौरान काम रोको प्रस्ताव लाकर सरकार से इस पर चर्चा की मांग करेगी.
24 जून को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना : राजद के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ रामचंद्र पूर्वे ने बताया कि मुजफ्फरपुर की घटना से पूरा देश मर्माहत है. राजद सदन के अंदर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया जायेगा. 23 जून को छात्र इकाई की ओर से तेज प्रताप यादव के नेतृत्व में राजभवन मार्च होगा.
24 जून को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया जायेगा. पार्टी के नेता सभी जिलों में डीएम को ज्ञापन सौंपेंगे. राज्य स्तर पर सभी जिलों के ज्ञापन को संग्रहित कर राज्यपाल को ज्ञापन दिया जायेगा.

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