पटना : सूखी हैं आधी नदियां, बारिश पर निर्भर ग्राउंड वाटर लेवल

पटना : राज्य की आधी नदियों में पानी नहीं है. ऐसे में खरीफ फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही है. अब केवल बारिश का इंतजार है जिससे कि नदियों में पानी आये और 19 जिलों के 102 प्रखंडों के ग्राउंड वाटर लेवल में बढ़ोतरी हो. साथ ही धान सहित अन्य खरीफ फसलों को सिंचाई का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 19, 2019 6:34 AM
पटना : राज्य की आधी नदियों में पानी नहीं है. ऐसे में खरीफ फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही है. अब केवल बारिश का इंतजार है जिससे कि नदियों में पानी आये और 19 जिलों के 102 प्रखंडों के ग्राउंड वाटर लेवल में बढ़ोतरी हो.
साथ ही धान सहित अन्य खरीफ फसलों को सिंचाई का पानी मिल सके. ऐसे में सरकारी परियोजनाएं अब भी सिंचाई के पानी की मांग के अनुपात में उसकी पूर्ति नहीं कर पा रही हैं. जल संसाधन विभाग के सूत्रों का कहना है कि राज्य में छोटी-बड़ी करीब 78 नदियां 119 मुख्य स्थानों से होकर गुजरती हैं. इस समय इन 119 स्थानों में से करीब 61 से होकर गुजरने वाली नदियों में पानी नहीं है.
वहीं, राज्य की मुख्य 10 नदियां में भी अब पानी की कमी है, जिससे कि इन नदियों से ठीक तरीके से सिंचाई का पानी नहीं मिल पा रहा. इनमें गंगा, कोसी, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक, महानंदा, बागमती, कमला बलान, पुनपुन और अधवारा समूह की नदियां शामिल हैं. राज्य सरकार ने इस साल खरीफ मौसम में राज्य के 39 लाख 12 हजार हेक्टेयर में 123 लाख 25 हजार टन अनाज उत्पादन का लक्ष्य रखा है.
इसमें से 33 लाख हेक्टेयर में धान की खेती से 104 लाख 90 हजार टन चावल उत्पादन करना है. खरीफ सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जल संसाधन विभाग आकलन कर रहा है. पिछले साल राज्य में 21 लाख 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ सिंचाई का लक्ष्य रखा गया था, इसमें से करीब 90 फीसदी क्षेत्रों में खरीफ सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवायी जा सकी थी.
वहीं वर्ष 2017 में 22 लाख 27 हजार 15 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ सिंचाई का लक्ष्य रखा गया था. इसमें से 19 लाख 53 हजार 516 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी गयी.

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