पटना : भाजपा में बढ़ती जा रही है बागियों की संख्या

पटना : लोकसभा चुनावी की तपिश बढ़ने के साथ ही भाजपा में बागियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. जैसे-जैसे चुनावी चरण पास आते जा रहे हैं, पार्टी से बागी होकर निर्दलीय या किसी दूसरे छोटे दलों का सहारा लेकर चुनाव लड़ने वालों की गिनती बढ़ रही है. बांका, महाराजगंज के बाद अब वाल्मिकीनगर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 15, 2019 8:44 AM
पटना : लोकसभा चुनावी की तपिश बढ़ने के साथ ही भाजपा में बागियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. जैसे-जैसे चुनावी चरण पास आते जा रहे हैं, पार्टी से बागी होकर निर्दलीय या किसी दूसरे छोटे दलों का सहारा लेकर चुनाव लड़ने वालों की गिनती बढ़ रही है.
बांका, महाराजगंज के बाद अब वाल्मिकीनगर से भाजपा के मौजूदा सांसद सतीशचंद्र दुबे पार्टी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वह पार्टी लाइन से हटकर स्वतंत्र रूप से अपना पर्चा दाखिल करेंगे. इसके बाद सीवान में शिवसेना के चिह्न पर रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी सुधीर कुमार चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं. सुधीर कुमार ने शुरुआती दौर में भाजपा से टिकट लेने की काफी कोशिश की थी. परंतु यह सीट जदयू के खाते में चली गयी.
वह बताते हैं कि इस सीट को लेकर आपसी खींचतान काफी बढ़ने के कारण उन्हें जगह नहीं मिल सकी. मधुबनी से भाजपा में पूर्व मंत्री रहे मृत्युंजय झा भी निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं. सीतामढ़ी से माधव चौधरी के भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी हो चुकी है. वह बाहुबली विधायक हुलास पांडेय के साढ़ू हैं. 16 अप्रैल को उन्होंने नामांकन करने की घोषणा तक कर दी है. इन सभी उम्मीदवारों को ब्रह्मजन एकता परिषद हर तरह से समर्थन करेगा.
रुठे समधी को मना नहीं सके सूरजभान सिंह : भाजपा से नाराज होकर महाराजगंज लोकसभा से चुनावी मैदान में निर्दलीय ताल ठोकने वाले एमएलसी सच्चिदानंद राय के मान-मनौव्वल की सभी जुगत नाकाम साबित हो रही है.
रविवार को लोजपा नेता और उनके समधी सूरजभान सिंह उनके आ‌वास पर उन्हें समझाने पहुंचे. उनके साथ कुछ कद्दावर लोग भी शामिल थे. परंतु मनाने के तमाम उपाये विफल साबित हुए और अंत में सच्चिदानंद राय अपने फैसले पर ही अड़े रहे. उन्होंने महाराजगंज से 22 अप्रैल को नामांकन करने के अपने फैसले को पूरी तरह से दृढ़ बताया. एमएलसी के आवास पर सूरजभान सिंह करीब तीन घंटे रुके.

Next Article

Exit mobile version