पटना : आंकड़े नीतिगत निर्णय में होते हैं सहायक : विजयलक्ष्मी

पटना : पशुपालन व मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी नेकहा है कि नीतिगत निर्णय लेने में आंकड़े काफी सहायक होते हैं. उन्होंने कहा कि गाय–भैंस, बकरी और मुर्गियों से संबंधित आंकड़े प्रभावी नीतिगत निर्णय के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण हो गये हैं. डाॅ विजयलक्ष्मी शुक्रवार को कृषि में साक्ष्य निर्माण : आंकड़ा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 16, 2019 3:54 AM

पटना : पशुपालन व मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी नेकहा है कि नीतिगत निर्णय लेने में आंकड़े काफी सहायक होते हैं. उन्होंने कहा कि गाय–भैंस, बकरी और मुर्गियों से संबंधित आंकड़े प्रभावी नीतिगत निर्णय के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण हो गये हैं. डाॅ विजयलक्ष्मी शुक्रवार को कृषि में साक्ष्य निर्माण : आंकड़ा प्रणालियों की समीक्षा और उनके सकारात्मक प्रभाव विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रही थी.

कार्यशाला का आयोजन भारतीय कृषि सांख्यिकी शोध् संस्थान और आद्री ने किया था. जेएनयू के प्रो विकास रावल ने भारत में कृषि सांख्यिकी से संबंधित विभिन्न ताकतों और कमजोरियों पर मुख्य व्याख्यान दिया.

कृषि विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि आंकड़े जुटाने में दिन–प्रतिदिन सुधार हो रहा है. अभी तक 51 लाख किसान निबंधित किये जा चुके हैं. आद्री के सदस्य सचिव तथा आइजीसी के बिहार के प्रमुख डॉ. शैबाल गुप्ता ने कहा कि हम सूचना के युग में रह रहे हैं जिसमें आंकड़े हर जगह उपलब्ध हैं.
भारतीय कृषि सांख्यिकी शोध संस्थान के निदेशक डाॅ लाल मनोहर भर, डाॅ वी रामासुब्रामनियन,डाॅ कॉस्तुभ और अजयानंद झा ने भी अपने विचार रखे. डाॅ अंजनी कुमार ने कार्यशाला का संचालन किया. आद्री के निदेशक प्रभात पी घोष ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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