पटना : न्यूनतम मजदूरी की गारंटी व 12 माह का मांगा मानदेय

पटना : न्यूनतम मजदूरी की गारंटी करने, 1250 रुपये मासिक पारिश्रमिक के बजाय 18 हजार रुपये मानदेय, साल में 10 के बजाय 12 माह का पारिश्रमिक भुगतान करने, समाजिक सुरक्षा का लाभ, सरकारी कर्मी का दर्जा देने सहित 36 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे एमडीएम रसोइयों ने गर्दनीबाग में प्रदर्शन किया. बिहार राज्य मध्याह्न […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2019 5:58 AM
पटना : न्यूनतम मजदूरी की गारंटी करने, 1250 रुपये मासिक पारिश्रमिक के बजाय 18 हजार रुपये मानदेय, साल में 10 के बजाय 12 माह का पारिश्रमिक भुगतान करने, समाजिक सुरक्षा का लाभ, सरकारी कर्मी का दर्जा देने सहित 36 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे एमडीएम रसोइयों ने गर्दनीबाग में प्रदर्शन किया.
बिहार राज्य मध्याह्न भोजन रसोइया संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर हजारों की संख्या में पूरे बिहार से पहुंची रसोइयों ने गेट पब्लिक लाइब्रेरी से विधान सभा घेराव के लिए प्रदर्शन निकाला जो गर्दनीबाग धरना स्थल तक गया. यहां पर आक्रोशित रसोइयों ने पुलिस द्वारा रोके जाने पर बंद गेट को हिलाना शुरू कर दिया. इस कारण उनकी पुलिस से नोंक-झोंक भी हुई.
विधान सभा घेराव कार्यक्रम का नेतृत्व रसोइया संयुक्त संघर्ष समिति से जुड़े संगठनों बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (एक्टू) की अध्यक्ष सरोज चौबे, बिहार राज्य मिड डे मिल वर्कर्स (रसोइया) यूनियन (सीटू) के अध्यक्ष विनोद कुुमार, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (एटक) के अध्यक्ष डॉ रामाकांत अकेला व बिहार राज्य मध्याह्न भोजन कर्मचारी यूनियन (एआइयूटीयूसी) अध्यक्ष अनामिका कर रही थी.
रसोइया और पुलिस से हुई नोक-झोंक
गर्दनीबाग धरना स्थल के पास बने बैरिकेटिंग पर रसोइया और पुलिस से नोक-झोंक हुई. नोंक-झोंक के क्रम में संगठन के अध्यक्ष विनोद कुमार को चोट लगी और वे बेहोश हो कर जमीन पर गिर गये.
प्रशासन ने रसोइया के मांगो के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी. वहीं पर सभा हुई. सभा को विधायक महबूब आलम, रसोईया युनियन के अध्यक्ष विनोद कुमार, सरोज चौबे, रमाकान्त अकेला, सूर्यकर जितेन्द्र, सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, रामबली प्रसाद, रणविजय कुमार ने संबोधित किया.

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