पटना : आंध्र की मछली से रोक नहीं हटी तो मंडी होगी बंद

पटना : आंध्र प्रदेश की मछली की बिक्री पर रोक के खिलाफ शुक्रवार को बिहार राज्य मछली व्यवसाय संघ के आह्वान पर राज्य भर के मछली विक्रेता सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया. इस अवसर पर संघ ने कहा कि सरकार यदि अगले सोमवार तक आंध्र की मछली पर रोक नहीं हटाती है तो पूरे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2019 3:11 AM
पटना : आंध्र प्रदेश की मछली की बिक्री पर रोक के खिलाफ शुक्रवार को बिहार राज्य मछली व्यवसाय संघ के आह्वान पर राज्य भर के मछली विक्रेता सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया. इस अवसर पर संघ ने कहा कि सरकार यदि अगले सोमवार तक आंध्र की मछली पर रोक नहीं हटाती है तो पूरे बिहार की मछली मंडी मंगलवार को बंद रहेंगी और सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा.
प्रदर्शन से पहले राज्य के अलग अलग हिस्सों से आये मछली विक्रेता बाजार समिति में एकत्रित हुए और सुबह नौ बजे से 12 बजे तक वहां सभा हुआ.
सिर्फ जिंदा मछली से राज्य को मछली आपूर्ति संभव नहीं है
इसमें बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सह फिश्कोफेड के निदेशक ऋषिकेष कश्यप निषाद ने मछली व्यवसायियों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि सिर्फ जिंदा मछली से राज्य को मछली आपूर्ति संभव नहीं है क्योंकि डिमांड लगभग आठ लाख मैट्रिक टन है जबकि उत्पादन छह लाख मैट्रिक टन है.
दो लाख टन के बड़े गैप को आंध्रप्रदेश की मछलियों से ही भरा जाता है. इसके एवज में दो हजार करोड़ रुपये अांध्र प्रदेश को बिहारवासी देते हैं.
सोमवार तक का दिया समय, मंगलवार को बंद रहेंगी मछली मंडियां
मुसल्लहपुर में सभा के बाद व्यापारी बाजार समिति से प्रदर्शन करते हुए बहादुरपुर आरओबी, राजेंद्रनगर स्टेशन करबिगहिया से पटना जंक्शन पश्चिमी छोर होते हुए आरब्लॉक से सचिवालय होते हुए सप्तमूर्ति से आगे सचिवालय के गेट नंबर 6 के पास आये और सभा में तब्दील हो गये. संघ के शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री के उपसचिव से मिल कर ज्ञापन भी सौंपा.
शिष्टमंडल में संघ के अध्यक्ष अनुज कुमार, उपाध्यक्ष मोहन कुमार, सचिव गौतम साहनी उपस्थित थे. गर्दनीबाग धरना स्थल पर भी 50-60 मछली व्यवसायियों ने धरना दिया जिसमें कई महिलाएं भी थीं. इसमें मुकेश साहनी भी शामिल हुए.

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