पटना : सवर्ण आरक्षण से किसी तरह का एतराज नहीं : नीतीश

आरएसएस से नहीं, गांधी, लोहिया व जेपी की विचारधारा से प्रभावित हूं पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें सवर्ण आरक्षण पर किसी तरह का एतराज नहीं है. यह अतिरिक्त व्यवस्था है और इसमें पहले से जिन लोगों को आरक्षण मिल रहा है, उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. सीएम मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2019 7:09 AM

आरएसएस से नहीं, गांधी, लोहिया व जेपी की विचारधारा से प्रभावित हूं

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें सवर्ण आरक्षण पर किसी तरह का एतराज नहीं है. यह अतिरिक्त व्यवस्था है और इसमें पहले से जिन लोगों को आरक्षण मिल रहा है, उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.

सीएम मंगलवार की शाम एक निजी चैनल की तरफ से आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि 70 साल के दौरान समाज में काफी बदलाव आया है. जो समाज आरक्षण से बाहर था, उनके यहां भी गरीबी बढ़ी है. ऐसे में उनको भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.

जिन लोगों को पहले से 50% आरक्षण मिल रहा है, उसमें बिना किसी तरह का बदलाव किये सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण देने के फैसले पर किसी को कोई एतराज नहीं है. उन्होंने कहा कि आजकल कुछ लोगों को काम में नहीं, सिर्फ कमेंट में दिलचस्पी है. लेकिन इस बार बिहार की जनता काम पर वोट करेगी, कमेंट पर नहीं और हम चुनाव में जनता के बीच जाकर

सिर्फ काम की बात बोलेंगे. सीएम ने कहा कि बिहार लैंड लॉक स्टेट है, ऐसे में यहां उद्योग लगाने कौन आयेगा. पहले यहां से बड़े स्तर पर पलायन होता था, लेकिन अब लोग शौक या इच्छा से बाहर काम करने जाते हैं.

मजबूरी में कोई नहीं जाता. विकास कार्यों के कारण यहां लोगों को काफी रोजगार मिल रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार का आदमी कभी भीख नहीं मांगता, जहां जाता है प्रतिबद्धता से काम करता है. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि बिहारी तमिलनाडु जाकर वहां के लोगों को भी हिंदी सीखा देता है.

अयोध्या, समान नागरिक संहिता और धारा 370 पर समझौता नहीं

मुख्यमंत्री ने 2009 के लोकसभा चुनाव के परिणामों पर कहा कि उस समय भाजपा के साथ रामविलास पासवान थे, जिन्होंने जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभायी है.

उनकी राजनीति में लंबी भूमिका रही है. इस बार हमलोगों के साथ हैं, तो स्थिति ज्यादा बेहतर होगी. भाजपा की तेज हवा में भी जदयू को 17% वोट मिले थे. यह कम नहीं है. उन्होंने कहा कि अयोध्या, समान नागरिक संहिता और धारा 370 पर उनकी जो विचारधारा पहले थी, वही आज भी है. इसमें किसी तरह समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा कि वह आरएसएस की विचारधारा पर नहीं, बल्कि गांधी, लोहिया और जेपी की विचारधारा से प्रभावित हैं.

प्रशांत किशोर को अमित शाह के कहने पर पार्टी में शामिल किया

सीएम ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर उन्होंने प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल किया है. सीएम ने भाजपा से अपने रिश्ते को पारदर्शी बताते हुए कहा कि हमारे बीच कोई उलझन नहीं है. जब उनके उत्तराधिकारी की बात पूछी गयी, तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सबों की है. यह किसी व्यक्ति विशेष की पार्टी नहीं है. उनके बाद जनता जिसे पसंद करेगी, उसे अपना लेगी. कुछ लोगों ने अपनी पार्टी को परिवार की संपत्ति बना दी है. परिवारवाद के कारण प्रजातंत्र एक तरह से राजतंत्र में परिवर्तित हो रहा है.

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