जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा- एनडीए के लिए खतरे की घंटी नहीं चुनाव नतीजे
पटना : देश में चुनाव रणनीतिकार के रूप में ख्याति पा चुके जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम एनडीए के लिए खतरे की घंटी नहीं है. लोकसभा चुनाव में एनडीए लीड करेगी. घटक दलों को मिलने वाली सीटों की संख्या जरूर ऊपर-नीचे हो सकती है. बीजेपी की […]
पटना : देश में चुनाव रणनीतिकार के रूप में ख्याति पा चुके जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम एनडीए के लिए खतरे की घंटी नहीं है. लोकसभा चुनाव में एनडीए लीड करेगी.
घटक दलों को मिलने वाली सीटों की संख्या जरूर ऊपर-नीचे हो सकती है. बीजेपी की हार का कारण उसके नेता ही बता सकते हैं. जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के यहां शुक्रवार को गेट-टू-गेदर कार्यक्रम में उन्होंने मीडिया से बात की.
प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के सवाल पर कहा कि यह उच्चतम स्तर पर, लेकिन 2014 के मुकाबले कम हुई है. जनता पांच माह बाद तय कर देगी कि वह कितने लोकप्रिय हैं. सीट बंटवारे पर जेडीयू और अमित शाह की बात हो चुकी हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका व्यक्तिगत लक्ष्य दो बिंदुओं पर हैं.
अगले 10 साल में बिहार को ज्यादातर महत्वूपर्ण मानकों पर देश के अग्रणी दस राज्यों में शामिल कराना है. दूसरा लक्ष्य है कि नये लोगों को राजनीति में जोड़ना. जदयू के बैनर तले दो साल में गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले करीब एक लाख युवाओं को जोड़ना है. इसमें से कम-से-कम 12 से 15 हजार युवाओं को अलग-अलग जगहों से आने वाले दस साल के अंदर चुनाव लड़ाया जायेगा.
कई मुद्दों पर हमारी सोच अलग
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि विधायकों की औसत आयु 45 साल के आसपास होनी चाहिए. इसका मतलब साफ है कि बहुत बड़ी संख्या में आने वाले समय में जदयू की ओर से युवाओं काे चुनाव लड़ने का मौका हर स्तर मिलेगा.
पार्टी उनको प्लेटफाॅर्म उपलब्ध करायेगी. जनता नेता बनायेगी. पार्टी की सोच है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव दल आधारित होने चाहिये. राम मंदिर, धर्म गुरुओं से मुलाकात आदि के सवाल पर उनका कहना था कि कई मुद्दों पर हमारी सोच अलग है, इसलिए हम दो पार्टी हैं.
- बीजेपी की हार का कारण उसके नेता ही बता सकते हैं. लोकसभा चुनाव में एनडीए लीड करेगी
- पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता उच्चतम स्तर पर, लेकिन 2014 के मुकाबले कम हुई है.
- भाषा से संस्कार का पता चलता है
- कई मामलाें में सोच एक है इसलिए हम एकगठबंधन में हैं
एनडीए में शामिल हम छोटे दल हैं, हमारी जो भूमिका है उसको निभायेंगे. नेताओं की भाषा को लेकर कहा कि भाषा से संस्कार का पता चलता है. राजनीति में अच्छी भाषा का प्रयोग होना चाहिए.
संजय सिंह ने बुके देकर स्वागत किया
मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर का बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान पार्टी प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार, राजीव रंजन,अजय आलोक, निखिल मंडल, अंजुम आरा, श्वेता विश्वास, सुहेलीमौजूद थे.