न्याय यात्रा के बहाने मतदाताओं का मूड भांप रहे तेजस्वी, लोगों को बता रहे अपने साथ हुई नाइंसाफी के बारे में

सुमित कुमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं नेता प्रतिपक्ष पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव न्याय यात्रा के बहाने मतदाताओं का मूड भांपने भी निकले हैं. लोकसभा चुनाव से महज छह महीने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 23, 2018 7:36 AM
सुमित कुमार
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं नेता प्रतिपक्ष
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव न्याय यात्रा के बहाने मतदाताओं का मूड भांपने भी निकले हैं. लोकसभा चुनाव से महज छह महीने पहले शुरू हुई इस दूसरे चरण की यात्रा का मूल उद्देश्य क्षेत्र में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं में ऊर्जा फूंकने के साथ ही चुनाव को लेकर उनका फीडबैक लेना भी है.
महागठबंधन दलों में भले ही सीट शेयरिंग को लेकर अंदरूनी सहमति बन चुकी हो, लेकिन उम्मीदवारों का फैसला होना बाकी है. ऐसे में तेजस्वी की यह यात्रा भावी उम्मीदवारों के लिए फीडबैक का भी काम करेगी.
सभाओं के अलावा कर रहे बैठकें, ले रहे फीडबैक
दो नवंबर तक चलने वाली न्याय यात्रा के दौरान पार्टी ने दस दिनों में 11 जिलों में एक-एक सभा सुनिश्चित की है. लेकिन, तेजस्वी इससे इतर सभाओं के अलावे पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठकें कर फीडबैक ले रहे हैं. सड़क मार्ग से जाते वक्त रास्ते में कार्यकर्ताओं का मिल रहा सम्मान भी उनको उत्साहित कर रहा है. फीडबैक के तौर पर कार्यकर्ताओं से क्षेत्र में पार्टी की वर्तमान स्थिति और उससे निबटने के तरीकों को लेकर चर्चा की जा रही है.
अपने पाले में लाने की कवायद
इस यात्रा के दौरान दूसरी पार्टियों के नाराज नेताओं को अपने पाले में लाने की कवायद भी शुरू हो गयी है. पहले ही दिन छपरा में बिहार विधान परिषद के पूर्व उप सभापति सलीम परवेज ने जदयू छोड़ कर राजद का दामन थाम लिया. सलीम परवेज ने वर्ष 2014 में जदयू के टिकट पर छपरा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. अाने वाले दिनों में कई अन्य जिलों में भी जदयू या भाजपा के नाराज या टिकट कटने के सशंकित उम्मीदवारों के राजद से जुड़ने की उम्मीद लगायी जा रही है.
मतदाताओं को बता रहे अपने साथ हुई नाइंसाफी
छपरा और सीवान की अब तक हुई सभाओं में तेजस्वी केंद्र व राज्य सरकार पर समान रूप से हमला कर रहे हैं. मतदाताओं को समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि किस तरह वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बावजूद उनको सत्ता से निकाल कर नाइंसाफी की गयी. अपने भाषणों में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे.

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