पटना : ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शिक्षित करने पर छात्रों को मिलेंगे क्रेडिट

पटना : पटना विश्वविद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शिक्षित व उनका स्किल डेवलप करने पर छात्रों को स्नातकोत्तर में क्रेडिट मिलेंगे. च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत इस पर भी दो प्वाइंट छात्रों को दिये जायेंगे. विवि की ओर से इसकी तैयारी कर ली गयी है और इसी सत्र से इसे लागू कर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2018 2:25 AM
पटना : पटना विश्वविद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शिक्षित व उनका स्किल डेवलप करने पर छात्रों को स्नातकोत्तर में क्रेडिट मिलेंगे. च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत इस पर भी दो प्वाइंट छात्रों को दिये जायेंगे.
विवि की ओर से इसकी तैयारी कर ली गयी है और इसी सत्र से इसे लागू कर दिया गया है. पीजी विभागाध्यक्षों को इसको लेकर जानकारी दी जा रही है, जो छात्र इच्छुक होंगे, उन्हें इसका फायदा उनके रिजल्ट में भी दिखेगा. इसे पीयू के एनएसएस के माध्यम से किया जा रहा है.
केंद्र सरकार की एक योजना के अंतर्गत सभी विश्वविद्यालयों को कुछ गांवों को गोद लेना है और वहां के लोगों को शिक्षित व उनका स्किल डेवलप करने में उनकी मदद करनी है. इसके अतिरिक्त उनके विकास के लिए हरसंभव प्रयास करना है. इसी के तहत पीयू ने भी पटना, दानापुर, फतुआ, मनेर आदि में पांच गांवों को गोद लिया है.
इन गांवों में एनएसएस के माध्यम से छात्र व शिक्षक जायेंगे और वहां के लोगों को शिक्षित करेंगे. इसके अतिरिक्त वे उनके व्यक्तित्व विकास के लिए जरूरी प्रशिक्षण व उनकी मदद आदि करेंगे.
इंटर्नल असेसमेंट में शामिल : पीजी में छात्रों का इंटर्नल असेसमेंट किया जाता है. इसके तहत छात्रों को रेगुलर पाठ्यक्रम यानी की पढ़ाई के अलावा भी कुछ क्रेडिट दूसरे एक्टिविटी के लिए मिलते हैं.
जैसे एक्सट्रा कुरिकुलम एक्टिविटी, एक्सटर्नल एक्टिविटी, कल्चरल एक्टिविटी, सेमिनार, डिसिप्लीन, एटेंडेंस आदि. कंटीन्यूअस इंटर्नल असेसमेंट में इन चीजों को पहले से शामिल किया हुआ है और उसी को अब च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम में भी किया गया है.

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