बिहार : मुफ्त में सब्जी नहीं देने पर नाबालिग को जेल भेजने के मामले में 11 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, पढ़े… पूरा मामला

पटना : रंगदारी में सब्जी ने देने पर नाबालिग को जेल भेजने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद जांच पूरी हो गयी है. पटना जोनल आईजी नैयर हसनैन खां के जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी. जांच के बाद आईजी ने अगमकुआं और बाईपास थाने के 11 पुलिसकर्मी को किया निलंबित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2018 3:07 PM

पटना : रंगदारी में सब्जी ने देने पर नाबालिग को जेल भेजने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद जांच पूरी हो गयी है. पटना जोनल आईजी नैयर हसनैन खां के जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी. जांच के बाद आईजी ने अगमकुआं और बाईपास थाने के 11 पुलिसकर्मी को किया निलंबित कर दिया है. जिसमें दो अगमकुआं और बाईपास थाना के थानेदार समेत रेड करने वाली पूरी पुलिस पार्टी जिसमें 9 पुलिसकर्मी शामिल थे, उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा अगम कुआं थाना के सारे स्टाफ को पुलिस लाइन क्लोज कर दिया गया है. जबकि, तत्कालीन एएसपी को बिना सुपर विजन के चार्जशीट दाखिल करने का दोषी ठहराते हुए अंतिम निर्णय पुलिस मुख्यालय पर छोड़ दिया गया है. वहीं, एसएसपी को तीन दिनों के अंदर सुपरविजन रिपोर्ट देने के लिये कहा गया है. दूसरी ओर, पीड़ित पंकज को रिमांड होम भेजने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

जांच रिपोर्ट में साफ हो गया कि नाबालिग पंकज को झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजा गया. रिपोर्ट में कहा गया है पंकज को जिस बाइक लूट की घटना में शामिल होने का आरोपित बना कर जेल भेजा गया, उसमें वह शामिल नहीं था. पुलिस ने लड़के को घटनास्थल से नहीं, बल्कि उसे पुलिस घर से उठा कर ले गयी थी. यहां तक की पुलिस द्वारा कोई चोरी का मोटरसाइकिल भी बरामद नहीं किया गया था.

गौरतलब हो कि पत्रकार नगर क्षेत्र के चित्रगुप्त नगर निवासी नाबालिग सब्जी विक्रेता पंकज महात्मा गांधी नगर में ठेले पर सब्जी बेचता था. पुलिस ने मुफ्त में सब्जी नहीं देने के कारण उसे बाइक लूटेरा गिरोह का सदस्य बनाते घर से उठा कर ले गयी थी. पीड़ित परिवार इस मामले को लेकर थाना से लेकर आलाधिकारियों तक चक्कर लगा चुका था, लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. मीडिया में खबर आने के बाद सीएम ने जांच के आदेश देते हुए दो दिनों में रिपोर्ट मांगी थी. जांच की जिम्मेदारी पटना जोनल आईजी को मिली थी.

Next Article

Exit mobile version