ड्राइवर ने कराया व्यवसायी को किडनैप, 12 घंटे में बरामद

किडनैपरों ने मांगी थी 50 लाख की फिरौती, छह अपराधी गिरफ्तार पटना : नाला रोड के गुप्ता ऑप्टिकल्स के मालिक और चश्मा व्यवसायी अनिल गुप्ता का अपहरण उनके ही ड्राइवर ने अपने दोस्तों की मदद से करवा दिया था. किडनैपरों ने परिजनों से 50 लाख की फिरौती भी मांगी थी. मगर पुलिस ने अपहरण की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 19, 2018 5:21 AM

किडनैपरों ने मांगी थी 50 लाख की फिरौती, छह अपराधी गिरफ्तार

पटना : नाला रोड के गुप्ता ऑप्टिकल्स के मालिक और चश्मा व्यवसायी अनिल गुप्ता का अपहरण उनके ही ड्राइवर ने अपने दोस्तों की मदद से करवा दिया था. किडनैपरों ने परिजनों से 50 लाख की फिरौती भी मांगी थी. मगर पुलिस ने अपहरण की सूचना मिलने के मात्र 12 घंटे के अंदर व्यवसायी को औरंगाबाद के ओबरा जंगल से सकुशल बरामद कर लिया. उन्हें घटना को अंजाम देने वाले छह किडनैपरों को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल हुई. किडनैपरों के पास से एक नकली पिस्तौल, चाकू, छह मोबाइल फोन, एक्सयूभी व शेवरले कार बरामद की गयी है.
पकड़े गये किडनैपरों में मुकेश कुमार उर्फ भूलेटन (मल्लु बिगहा,रफीगंज, औरगांबाद) मुकेश कुमार मेहता (बसमतीया, गुरना,अररिया), रवि गोस्वामी (बसमतीया, गुरना, अररिया), रवि भाष्कर( बसमतीया, गुरना, अररिया), जमील अख्तर सुभानी (कुशर, चौपरा, बंगाल) व देशांत (बसमतीया, नरपतगंज, अररिया) शामिल हैं. मुकेश कुमार उर्फ भूलेटन व्यवसायी का ड्राइवर है. इसी ने व्यवसायी को भरोसे में लेकर नालंदा व राजगीर घुमाने का प्रस्ताव रखा था. वह उन्हें एक्सयूभी गाड़ी से 16 जून को औरंगाबाद ले गया और वहां किडनैपरों के हवाले कर दिया. किडनैपर उन्हें शेवरले कार से लेकर ओबरा जंगल की ओर निकल पड़े. इस दौरान ड्राइवर ने नाटक रचा कि उसका भी अपहरण हो गया है.
दूसरा मास्टर माइंड सुभानी सिलीगुड़ी का रहने वाला है.
सुभानी ने पुलिस को बताया कि एक बार अनिल गुप्ता ने उसे पीटा था. इसी का बदला लेने के लिए उसने मुकेश से मिल कर अपहरण की घटना को अंजाम दिया. ताकि पैसे भी मिल जाये और मारपीट का बदला भी चुकाया जा सके. व्यवसायी अनिल गुप्ता ने बताया कि वे लोग उन्हें इधर से उधर घुमा रहे थे और मारपीट कर रहे थे. 17 जून को उन
लोगों ने उन्हें जंगल में ही रखा और जमीन पर सोने को मजबूर किया. किडनैपरों के पास असली हथियार नहीं थे. बच्चों की खेलने वाली पिस्तौल और चाकू दिखा कर ही वे व्यवसायी को ओबरा तक ले जाने में सफल रहे. किडनैपरों ने पहले 50 लाख की फिरौती मांगी थी. परिजनों ने जब 50 लाख रुपये देने में असमर्थता जतायी तो वे 20 लाख लेकर उन्हें छोड़ने को तैयार हो गये.

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