पटना : स्वास्थ्य विभाग ने जारी की थी एडवायजरी, निपाह वायरस को लेकर नीरा की बिक्री पर रोक, जानें

पटना : प्रदेश में नीरा की बिक्री पर रोक लगा दी गयी है. निपाह वायरस से फैलने वाली बीमारियों के खतरे के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने इससे संबंधित एक एडवायजरी जारी की थी. इसमें कहा गया था कि वायरस का प्रकोप कम होने तक ताड़ और खजूर के रस ताड़ी या नीरा का सेवन नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2018 6:25 AM
पटना : प्रदेश में नीरा की बिक्री पर रोक लगा दी गयी है. निपाह वायरस से फैलने वाली बीमारियों के खतरे के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने इससे संबंधित एक एडवायजरी जारी की थी. इसमें कहा गया था कि वायरस का प्रकोप कम होने तक ताड़ और खजूर के रस ताड़ी या नीरा का सेवन नहीं करें.
इसके बाद प्रत्येक जिले में वहां के प्रशासन ने अगले आदेश तक इसी बिक्री रोक दी. हालांकि, पिछले साल अगस्त तक करीब 11 लाख लीटर नीरा की बिक्री हुई थी, जिससे जीविका को करीब पांच करोड़ रुपये मिले. नीरा की बिक्री की जिम्मेदारी संभाल रही जीविका के सूत्रों का कहना है कि इसका सेवन पौष्टिक होता है.
खासकर गर्मी के दिनों में यह पेट को ठंडा रखता है, इसलिए इसकी मांग रहती है. इसकी बिक्री पर प्रतिबंध से पहले प्रत्येक बिक्री सेंटर से प्रतिदिन 25 से 30 लीटर नीरा की बिक्री होती थी. अब गर्मी बढ़ने के साथ ही इसकी मांग बढ़ने लगी थी.
बूथों पर बिक रहे फल
बिहार में ताड़ के करीब 92.19 लाख और खजूर के करीब 40.09 लाख पेड़ हैं. फिलहाल नीरा की बिक्री के लिए बने बूथों पर फल बिक रहे हैं. वहां के सेल्समैन का कहना है कि अगले आदेश तक उसे बेचने केलिए फल मिले हैं. ये फल उसे जीविका से तय दर पर मिलते हैं. इसकी बिक्री के बाद उसे कमीशन मिलता है.

Next Article

Exit mobile version