बिहार : राहगीरों की प्यास बुझा रहे किसान रामशंकर, जल्‍द भोजन की भी व्यवस्था करेंगे, जानें इन्‍हें

राजेंद्र सेतु के पास िमनरल वाटर का लगाया स्टॉल मोकामा : ‘अगर फुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना, हर इक दरिया हजारों साल का अफसाना लिखता है’मोकामा प्रखंड के महेंद्रपुर गांव के छोटे तबके का किसान रामशंकर सिंह पर शायर बशीर बद्र की यह पंक्ति सटीक बैठती है. वे गर्मी शुरू होते ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 6:47 AM
राजेंद्र सेतु के पास िमनरल वाटर का लगाया स्टॉल
मोकामा : ‘अगर फुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना, हर इक दरिया हजारों साल का अफसाना लिखता है’मोकामा प्रखंड के महेंद्रपुर गांव के छोटे तबके का किसान रामशंकर सिंह पर शायर बशीर बद्र की यह पंक्ति सटीक बैठती है. वे गर्मी शुरू होते ही राहगीरों की प्यास बुझाने में जुट गये हैं. राजेंद्र सेतु के पास उनका नि:शुल्क मिनरल वाटर का स्टाल थके-हारे यात्रियों के लिए वरदान साबित हो रहा है.
किसान अपने सहयोगी के साथ सुबह से शाम तक प्यासे लोगों के लिए दरिया के रूप तत्पर रहते हैं. सेतु के पास से होकर हथिदह रेलवे स्टेशन तक हजारों लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है, लेकिन भीषण गर्मी में पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है. इसको लेकर दूर-दराज से आने वाले लोग बूंद–बूंद पानी के लिए तरस रहे थे. सेतु के दोनों छोर और हथिदह स्टेशन के प्लेटफाॅर्म संख्या तीन पर पेयजल का कोई स्रोत नहीं है, जबकि उत्तर बिहार के कई जिलों से सड़क व रेलमार्ग से आने वाले लोगों की यहां सर्वाधिक भीड़ जमा होती है. रामशंकर सिंह ने बताया कि 20 दिन पहले एक प्यासा राहगीर राजेंद्र सेतु के पास बेहोश होकर गिर पड़ा था. वहां मौजूद लोग पानी की जुगाड़ करने के लिए परेशान हो गये. संयोगवश एक राहगीर ने थैले से पानी का बोतल निकाल कर दिया, तब जाकर उस वृद्धराहगीर की जान बचायी जा सकी. इस घटना के बाद मैंने शुद्ध व शीतल पेयजल राहगीरों को उपलब्ध कराने की ठान ली.
राहगीरों के लिए नि:शुल्क भोजन की भी व्यवस्था करेंगे
रामशंकर सिंह ने कहा कि दुखहरण बाबा सेवक संघ के बैनर तले भूखे-प्यासे तमाम राहगीरों के लिए नि:शुल्क पेयजल और भोजन की व्यवस्था करेंगे. इस पुनीत कार्य के लिए वे अपनी जेब से रुपये खर्च करेंगे. इससे लोगों के बीच जरूरतमंदों की मदद की भावना पैदा होगी.
मददगारों का लग रहा तांता
रामशंकर सिंह की इस अनूठी पहल की सराहना इलाके में जम कर हो रही है. प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की प्यास बुझाने के लिए करीब 400 लीटर(20 जार) मिनरल वाटर की खपत है. थके-हारे राहगीरों की सहयोग के लिए एक कामगार को नौ हजार रुपये मासिक मजदूरी पर रखा गया है. हालांकि, जन सरोकार के क्षेत्र में किसान के कदम बढ़ाते ही कई प्रबुद्ध लोग भी मदद में आगे आ गये हैं. महेंद्रपुर गांव के ही अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह, व्यवसायी निलेश कुमार और रिटायर्ड शिक्षक बालेश्वर सिंह मिनरल वाटर की खपत बढ़ने पर आर्थिक सहयोग करने को तत्पर हैं.

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