बिहार : ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां बेचती हैं निजी डाटा, इनाम के लालच में फॉल्स कॉल से रहें सावधान

II सुबोध कुमार नन्दन II पटना : अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से खरीदारी करने के शौकीन है तो सावधान हो जायें, क्योंकि शॉपिंग के दौरान आपसे जुड़े तमाम डाटा उनके पास रिकॉर्ड हो जाता है. इस डाटा के दुरुपयोग होने की पुख्ता आशंका रहती है. इसका प्रमाण ये है कि ऑनलाइन शॉपिंग या दूसरी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 16, 2018 6:29 AM
II सुबोध कुमार नन्दन II
पटना : अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से खरीदारी करने के शौकीन है तो सावधान हो जायें, क्योंकि शॉपिंग के दौरान आपसे जुड़े तमाम डाटा उनके पास रिकॉर्ड हो जाता है. इस डाटा के दुरुपयोग होने की पुख्ता आशंका रहती है. इसका प्रमाण ये है कि ऑनलाइन शॉपिंग या दूसरी कोई भी व्यावसायिक गतिविधि में हिस्सेदारी करने के बाद कुछ ही दिनों के भीतर आपके पास तमाम फोन कॉल आने लगते हैं.
ये इनाम और दूसरे लालच देकर लोगों से ऑन लाइन ठगी करते हैं.
अधिकतर ऑनलाइन कंपनियां यहां तक कि कूरियर सर्विस तक आपके निजी डाटा को साइबर अपराध करने वाले या ऑन लाइन ठगी करने वालों को बेच देती हैं. हालांकि साइबर पुलिस अभी इस अपराध पर नियंत्रण में असफल रही है.
जिसमें फोन करने वाला जानकारी देगा कि आपने जो सामान खरीदा है उसमें आपका नाम प्रथम पुरस्कार में आया है. पुरस्कार के रूप में टाटा सफारी निकला है.
जिसकी कीमत है 12,80,000 रुपये. इसे प्राप्त करने के लिए आप केवल देना होगा सर्विस चार्ज के रूप में 8,400 रुपये. इसके बाद अगर आप कुछ समझने के लिए आप उसे वापस कॉल करते ंहै तो वह नंबर गलत है कि सूचना मिलती है. इस तरह का ठगी का खेल आजकल आम हो चुका है. लगभग हर मोबाइल धारक के पास इस तरह के फर्जी कॉल अक्सर आ रहे हैं.
प्रभात खबर ने की मामले की तफ्तीश
प्रभात खबर ने बुधवार को इस मामले में गहन छानबीन की. छानबीन के बाद जो खुलासा हुआ है वह हर किसी को हैरान करने वाला है.
अजय कुमार को फोन करने वाले ने रोहित सोढी के नाम से स्टटे बैंक के खाते संख्या 20462392300 में पैसा डालने को कहा था. छानबीन के बाद पता चला यह खाता जायसवाल टावर, आरबीएसएस रोड, भीखनपुर, भागलपुर से संचालित हो रहा है. यह खाता 9 जनवरी 2018 को खुला है. जिसमें आज तीन बजे तक तीन बार 3000, 4000, 2000 क्रेडिट हुआ है. इसके खाते में कुल रकम 9632 रुपये था. तहकीकात के क्रम में जब इस शाखा के शाखा प्रबंधक रीता दास से बात की गयी तो पता चला कि इसके खाते को होल्ड पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि आईएमपीएस के जरिये पैसा मंगाया था जो बैंक में जमा नहीं किया है.
केस 01 – दो दिन पहले बोरिंग रोड के निवासी अजय कुमार के पास 9470240709 नंबर से फोन आया जिसमें उन्हें बताया गया कि आपने शॉप क्लूज से घड़ी खरीदी थी, उस पर कंपनियों की ओर से प्रथम विजेता घोषित किया गया है.
पुरस्कार के रूप में आपको टाटा सफारी मिली है, जिसकी कीमत 12.80 लाख रुपये है. इसके लिए आपको केवल सर्विस चार्ज के रूप में 8400 रुपये चुकाने होंगे. हैरानी करने वाली बात यह है कि उसने घड़ी का मॉडल, कब खरीदा और कितने का है सभी जानकारी बतायी.
इसी तरह का मामला कंकड़बाग में रहने वाली अर्चना के साथ भी हो चुका है. उन्होंने बताया कि शॉप क्लूज से ऑनलाइन एप्पल कटर खरीदा था.
उन्हें भी कटर प्राप्त करने के बाद एक कॉल आया है जिसमें स्कार्पियो जीतने की जानकारी देते हुए आठ हजार रुपये एक बैंक खाते में डालने का कहा था. लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. कॉल करने वाला प्रयास में जुटा रहा कि आप इनाम नहीं लेगी तो दूसरे को मिल जायेगा. उसके बाद फोन कट जाता है.
खाता खोलने में हुई है लापरवाही
बैंक अधिकारियों के अनुसार रोहित का खाता नया है तो उसका खाता ई-केवाइसी के तहत खाता खुलना चाहिए था. लेकिन इसके मामले में कुछ ऐसा नहीं हुआ है. रोहित का खाता जेनरल मोड से खुला गया है. जिसमें केवल आधार नंबर दे खाता खुल जाता है. जबकि ई-केवाइसी के तहत आधार नंबर का वेरिफिकेशन खाताधारक के अंगूठा के निशान मैच करने के बाद ही खुलता है. इस तरह बैंक प्रबंधन से कहीं न कहीं चूक हुई है.
अधिक दिन तक नहीं चलता है खाता
गांधी मैदान स्थित स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक सैयद मुजफ्फरउद्दीन ने बताया कि इस तरह के फर्जी लोग अपने खाते को अधिक दिन नहीं संचालित रखते हैं. समय-समय पर नया- नया खाता खोलते रहते हैं. इस तरह के खाते में गलत कागजात देकर बैंक खाता खुलवा लेते हैं.
बैंक अपनी ओर से कोई कार्रवाई नहीं करता है. बल्कि मामला स्थानीय थाने में दर्ज होने पर बैंक पुलिस को सहयोग करता है.
फोन नंबर पश्चिम बंगाल का
9470240709 नंबर का जब जांच किया गया तो पता चला कि यह नंबर बीएसएनएल कंपनी का है जो सुदिप्ता सरदार के नाम से है. जिसका पता काटा बागान, स्वरूप नगर, नार्थ चौबीस परगना है. जब इस संबंध में बीएसएनएल के जन संपर्क अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह के कॉल मेरे पास आता रहता है.लेकिन आपको कोई जानकारी चाहिए तो लिखित आवेदन दे तब आपको जानकारी मुहैया करा दिया जायेगा. कार्रवाई कराने की तो बात दूर है.

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