आखिर उम्मीदवारों का डाटा कैसे हो रहा लीक

बिहार बोर्ड के कर्मियों से हुई पूछताछ पटना : आखिर हर परीक्षा में बिहार बोर्ड में दर्ज उम्मीदवारों का डाटा जालसाजों तक कैसे पहुंच गया? सूत्रों के अनुसार इस प्रश्न का उत्तर खोजने के लिए एसआइटी लग गयी और अब बिहार बोर्ड का कंप्यूटर सेक्शन में कार्यरत कर्मचारी से पूछताछ की और यह बात जानी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2017 8:01 AM
बिहार बोर्ड के कर्मियों से हुई पूछताछ
पटना : आखिर हर परीक्षा में बिहार बोर्ड में दर्ज उम्मीदवारों का डाटा जालसाजों तक कैसे पहुंच गया? सूत्रों के अनुसार इस प्रश्न का उत्तर खोजने के लिए एसआइटी लग गयी और अब बिहार बोर्ड का कंप्यूटर सेक्शन में कार्यरत कर्मचारी से पूछताछ की और यह बात जानी कि उम्मीदवारों का डाटा कैसे संग्रह किया जाता है और वह किसकी-किसकी निगरानी में रहता है.
एसआईटी को फिलहाल इस मामले में सुराग हाथ नहीं लगा है. चूंकि उम्मीदवारों का डाटा बिहार बोर्ड के पास रहता है या फिर उम्मीदवार के पास, जो आवेदन ऑनलाइन डालता है. लेकिन जालसाजों तक उनकी जानकारी पहुंच जा रही है. इसी साल हुए कई परीक्षाओं के दौरान जालसाजों ने उम्मीदवारों को फोन कर पास कराने की गारंटी देते हुए पैसे की मांग की थी. इस संबंध में पुलिस ने सात जालसाजों को सितंबर माह में गिरफ्तार कर लिया था. लेेकिन, पुलिस यह जानकारी देने में असफल रही थी कि आखिर उन जालसाजों तक डाटा पहुंचा तो कैसे पहुंचा?
सुजीत गुप्ता का नाम आया था सामने : इस मामले में नालंदा के सुजीत गुप्ता का नाम सरगना के रूप में आया था. लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी. पकड़े गये लोगों ने भी उसका नाम ही बताया था कि जानकारी दी थी कि उन्हें सारी डिटेल सुजीत गुप्ता ही देता था और वे लोग केवल फोन करने का काम करते थे.
लेकिन सुजीत गुप्ता नहीं पकड़ा गया और यह जानकारी भी उस समय दफन हो गयी कि आखिर डाटा जालसाजों तक कैसे पहुंच रहा है? एक बार फिर से एमटीएस की परीक्षा में इस तरह के कॉल आने के बाद प्रश्न उठ चुका है कि फिर से डाटा कैसे जालसाजों के बीच चला गया और उम्मीदवारों को परीक्षा पास करवाने के लिए फिर से फोन कॉल आ रहे हैं.

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