बिहार शराबबंदी : मानवाधिकार आयोग के अनुसार महिलाओं के उत्पीड़न में कमी

बदलाव : बिहार मानवाधिकार आयोग के अनुसार कम आ रहे हैं अब ऐसे मामले पटना : शराबबंदी के बाद बिहार की तस्वीर बदली है, यह कहने में कोई हर्ज नहीं. महिलाओं से जुड़े अपराधों में कमी आयी है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़े पहले ही इस बात की पुष्टि कर चुके हैं. नयी सूचना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2017 7:39 AM
बदलाव : बिहार मानवाधिकार आयोग के अनुसार कम आ रहे हैं अब ऐसे मामले
पटना : शराबबंदी के बाद बिहार की तस्वीर बदली है, यह कहने में कोई हर्ज नहीं. महिलाओं से जुड़े अपराधों में कमी आयी है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़े पहले ही इस बात की पुष्टि कर चुके हैं. नयी सूचना यह है कि बिहार मानवाधिकार आयोग के आंकड़े भी इस पर मुहर लगा रहे हैं. वर्ष 2015 की तुलना में वर्ष 2016 में महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों में कमी आयी है.
बिहार मानवाधिकार आयोग के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2008 से 2017 तक 47419 मामले दर्ज हुए. इनमें से 39205 का निस्तारण आयोग ने किया है. शेष में सुनवाई चल रही है. आयोग की ओर से 17 श्रेणियों में इन मामलों को बांटा गया है. इन्हीं में से एक श्रेणी महिलाओं से संबंधित है. वर्ष 2010-2016 तक हर वर्ष 200 से अधिक मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में आंकड़ा कम होकर 182 पर पहुंच गया. वर्ष 2016 में तो महिलाओं से संबंधित 293 मामले दर्ज हुए थे.

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