दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ धर्मगुरु उठायेंगे ”आवाज”

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर बिहार को दहेज प्रथा और बाल विवाह मुक्त करने का बीड़ा उठाया गया है. समाज कल्याण विभाग इसको लेकर पूरा खाका बना चुका है. अब इसे विभिन्न स्तरों में लागू किया जा रहा है. सरकार की मंशा है कि ग्राम स्तर तक दहेज प्रथा और बाल विवाह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 23, 2017 8:23 AM
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर बिहार को दहेज प्रथा और बाल विवाह मुक्त करने का बीड़ा उठाया गया है. समाज कल्याण विभाग इसको लेकर पूरा खाका बना चुका है. अब इसे विभिन्न स्तरों में लागू किया जा रहा है. सरकार की मंशा है कि ग्राम स्तर तक दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद की जाये. एक-एक आदमी को जागरूक किया जाये.

समाज के इन कुरीतियों को लेकर सावधान किया जाये. इसके परिणाम बताये जाएं, ताकि इसके खिलाफ पूरा समाज एक हो जाये. इसमें विभिन्न धर्मों से ताल्लुक रखने वाले गुरुओं की भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता. क्योंकि शादी-ब्याह बिना उनके संभव नहीं होता.

विभागों को मिली अलग-अलग जिम्मेदारी
प्रचार-प्रसार को लेकर सरकार ने बड़े स्तर पर योजना बनायी है. आधा दर्जन से अधिक विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारियों तय कर दी गयी हैं. इसी क्रम में सरकार ने विभिन्न धर्मों से जुड़े प्रभावशाली लोगों को एक मंच पर लाने की योजना बनायी है. ये वह लोग होंगे, जो शादी ब्याह कराने में मुख्य भूमिका में होते हैं. इन लोगों के माध्यम से भी दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अभियान को तेज किया जायेगा. जाहिर है इनलोगों के कहने का असर इनके समाज पर ज्यादा पड़ेगा. उधर, सरकारी विभागों से सीधे तौर पर जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों काे प्रशिक्षण तो दिया ही जायेगा, अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को भी जोड़ा जायेगा. सरकार इन्हीं के माध्यम से ग्राम स्तर तक अपनी बात पहुंचायेगी.
छठ घाटों पर भी होगा प्रचार-प्रसार
महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक एन विजय लक्ष्मी ने कहा, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ लगातार अभियान चलेगा. एक-दो दिन की बात नहीं है, इसके लिये सालों मेहनत करेंगे तब संतोषजनक परिणाम सामने आयेगा. इसी क्रम में छठ घाटों पर प्रचार-प्रसार का इंतजाम किया जा रहा है. इसके बाद सोनपुर मेला पर भी नजर है. वहां भी प्रचार प्रसार को लेकर काम किया जायेगा. गांव-देहात से आने वाले लोगों को जागरूक करने का यह अच्छा प्लेटफार्म होगा. इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में जो भी इस तरह के कार्यक्रम होंगे, वहां अभियान चलाया जायेगा. बताया गया कि दहेज प्रथा और बाल विवाह से पार पाने के लिए समाज को जागरूक करने के लिए धर्म गुरुआें को आगे लाया जायेगा. इस क्रम में उनके प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकार उनके अनुयायियों को कुप्रथा से मुक्ति दिलवाने का शपथ दिलायेगी.

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