बिहार : बीए के छात्र, कंप्यूटर और स्कैनर से छापते थे 100 के नोट

पटना : कंकड़बाग पुलिस ने छात्रों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो 100-100 के नकली नोट बना रहे थे. पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उन लोगों के पास से एक कलर प्रिंटर बरामद किया गया है. पकड़े गये छात्रों में बादल कुमार (पंडारक), धर्मराज (पंडारक), अशोक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 31, 2017 7:50 AM
पटना : कंकड़बाग पुलिस ने छात्रों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो 100-100 के नकली नोट बना रहे थे. पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उन लोगों के पास से एक कलर प्रिंटर बरामद किया गया है.
पकड़े गये छात्रों में बादल कुमार (पंडारक), धर्मराज (पंडारक), अशोक कुमार (महुआरा, तेल्हाड़ा, नालंदा) और मनीष कुमार (बड़ी घोसी, हिलसा, नालंदा) शामिल हैं. ये सभी हिलसा कॉलेज में बीए के छात्र हैं. ये किराये का मकान में रहते हैं. 100 के नोट को स्कैन करने के बाद कलर प्रिंटर की मदद से निकाल लेते हैं. कंप्यूटर व स्कैनर हाथ नहीं लगा है. ये लोग रात में उन जाली नोटों को चलाते थे, ताकि पकड़े न जाएं.
नये कपड़े व मोबाइल के शौक ने बना दिया जाली नोट बनानेवाला : इन सभी के परिजन गांव में रहते हैं और पढ़ने के लिए हर माह पैसे भी भेजते थे. लेकिन, ऐय्याशी नये-नये कपड़े व नये-नये मोबाइल खरीदने के शौक के कारण जाली नोट बनाने लगे.
कैसे पकड़े गये
बादल ने कुछ दिन पहले राजेंद्र नगर सब्जीमंडी से 100 रुपये का फल खरीदा था. दुकानदार को इसकी जानकारी नहीं मिली कि वह नकली नोट है, क्योंकि वह देखने में असली जैसी ही थी. केवल पेपर थोड़ा पतला था. दुकानदार ने जब ग्राहक को पैसा लौटाया, तो उसमें सौ का नोट भी शामिल था. उस व्यक्ति ने पकड़ लिया कि वह नकली नोट है.
इधर बादल को चस्का लगा हुआ था. दुकानदार ने चुपके से कंकड़बाग थानाध्यक्ष रविभूषण को मामले की जानकारी दे दी और बताया कि वह अगर फिर आया, तो वह पहचान लेगा. कंकड़बाग थानाध्यक्ष ने सिविल ड्रेस में एक कांस्टेबल की राजेंद्र नगर सब्जीमंडी में ही ड्यूटी लगा दी. इसके बाद बादल फिर से उस मार्केट में दिखा, तो दुकानदार पहचान गया और उक्त कांस्टेबल को जानकारी दे दी. उन्हें पकड़ने के बाद पंडारक में छापेमारी की गयी और धर्मराज को गिरफ्तार किया गया.

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