आइये न बिहार में! यहां थानेदार के नाक के नीचे से गुम हो जाती है…

बिहार में अपराधियों को दुस्साहस काफी बढ़ गया है. मगर वहीं, पुलिस प्रशासन भी लचर व्यवस्था में चल रही है. गर्दनीबाग चकबिंदा निवासी अमरजीत कुमार की स्कॉर्पियो समेत दो चारपहिया वाहन चोरों ने 26 दिसंबर की अहले सुबह चुरा ली. मगर एफआइआर 15 दिन बाद दर्ज हुई.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2023 12:30 AM

बिहार में अपराधियों को दुस्साहस काफी बढ़ गया है. मगर वहीं, पुलिस प्रशासन भी लचर व्यवस्था में चल रही है. गर्दनीबाग चकबिंदा निवासी अमरजीत कुमार की स्कॉर्पियो समेत दो चारपहिया वाहन चोरों ने 26 दिसंबर की अहले सुबह चुरा ली. अमरजीत को चोरी की जानकारी दस बजे दिन में मिली. उन्होंने तत्काल गर्दनीबाग थाने को मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आग्रह किया. लेकिन चोरों को पकड़ने की बात तो दूर गर्दनीबाग थाने से अमरजीत की दी गयी लिखित शिकायत ही गुम हो गयी. जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो अमरजीत कुमार ने गर्दनीबाग पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद लिखित शिकायत के गुम होने की जानकारी मिली और फिर से उनसे आवेदन लिया गया और 12 जनवरी को प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया. करीब 15 दिनों के बाद वाहन चोरी की प्राथमिकी दर्ज की गयी. जब प्राथमिकी दर्ज करने में इतने दिन लग गये तो चोर कब पकड़े जायेंगे.

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सुबह में उठे, तो मिली चोरी की जानकारी

अमरजीत कुमार 26 दिसंबर 2022 को करीब 10.30 बजे बाहर निकलने के लिए स्कॉर्पियो खोजने लगे. लेकिन उनकी स्कॉर्पियो गायब थी. इसके बाद उन्होंने अपने अन्य वाहनों के संबंध में जानकारी ली तो एक और गायब था. अमरजीत कुमार ने लिखित शिकायत में जानकारी दी है कि उसी दिन उन्होंने 11.32 बजे गर्दनीबाग थाने में पीएसआइ भारती को चोरी के संबंध में जानकारी देते हुए लिखित आवेदन दिया. साथ ही उन्होंने गर्दनीबाग थानाध्यक्ष को भी फोन से जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम वहां 26 दिसंबर 2022 को पहुंची और भौतिक सत्यापन भी किया. लेकिन पांच जनवरी 2023 को गर्दनीबाग पुलिस से जानकारी मिली कि उनका आवेदन खो गया है और इसलिए दूसरा आवेदन आकर दे दें. हालांकि, मामले में पुलिस प्रबंधन की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है.

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