पटना पुलिस ने अग्रणी होम्स के निदेशक को यूपी से दबोचा, 12 करोड़ की ठगी करने का है आरोप

Bihar crime: पटना पुलिस ने आठ मामलों में 12 करोड़ से अधिक की ठगी करने के आरोप में अग्रणी होम्स के निदेशक आलोक कुमार को यूपी के वाराणसी से गिरफ्तार किया. शुक्रवार को सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार व एएसपी अभिनव धीमन ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 14, 2022 7:57 PM

Bihar: लोगों को फ्लैट देने के नाम पर ठगी करने वाले अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आलोक कुमार को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. दानापुर पुलिस ने यूपी के वाराणसी स्थित लवकुश अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 302 से बिल्डर की गिरफ्तारी की है. बिल्डर पर 12 करोड़ से अधिक रुपये की ठगी करने का आरोप है. गिरफ्तार कंपनी के निदेशक पर शाहपुर में सात और पत्रकार नगर थाने में एक मामला दर्ज है.

सिटी एसपी पश्चिमी ने दी जानकारी

बता दें कि शुक्रवार को सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार व एएसपी अभिनव धीमन ने पत्रकारों को बताया कि पटना के गुलजारबाग अखिलेश नगर पश्चिमी निवासी श्रीकृष्ण मोहन शर्मा की पत्नी पूनम शर्मा ने स्थानीय थाने में अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आलोक कुमार व एक अन्य पर मामला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि पटना के पत्रकार नगर थाने के जोगीपुर चित्रगुप्त नगर निवासी पदुम सिंह के पुत्र व कंपनी के निदेशक आलोक कुमार से नौ लाख 29 हजार 40 रुपये में एक फ्लैट खरीदा था. राशि लेने के बाद अभी तक फ्लैट नहीं दिया और न ही राशि लौटायी है. पैसा मांगने पर निदेशक आलोक कुमार बार-बार आनाकानी करता है.

रेरा ने की सुनवाई, लगायी रोक

अग्रणी होम्स ने पटना सहित आसपास के इलाकों में कई प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. अधिकांश प्रोजेक्ट विवादित थे. इसके कारण मामला रेरा में पहुंच गया. रेरा ने बीते वर्षों में कई बार सुनवाई की. अपार्टमेंट निर्माण पर रोक लगाया और लोगों को पैसा लौटाने के निर्देश दिये. मगर, अग्रणी होम्स की ओर से अधिकांश प्रोजेक्टों में लगे आवंटियों के पैसे को नहीं लौटाया. कई बार लोगोें ने प्रदर्शन भी किये.

12 वर्षों से चल रहा है मामला

सरारी स्थित 2010 में अग्रणी होम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सैकड़ों लोगों से फ्लैट बुकिंग के नाम पर वन टाइम पेमेंट के तौर पर 10 से 18 लाख रुपये लिये थे. कंपनी ने फ्लैट बुकिंग करने वाले से वादा किया था कि तीन वर्ष 2014 तक फ्लैट निर्माण कर उन्हें सौंप दिया जायेगा. लेकिन, 12 साल बीते जाने के बाद भी फ्लैट के नाम पर सिर्फ ढांचा तैयार कर लोगों चुना लगाता रहा है.

आठ से अधिक मामले हैं दर्ज

सिटी एसपी वेस्ट ने बताया कि जालसाजी के मामले में थानाध्यक्ष सफीर आलम के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. छापेमारी में दारोगा विपिन कुमार सिंह समेत पुलिस बल शामिल थे. टीम ने कांड में तकनीकी अनुसंधान व गुप्त सूचना के आधार पर जालसाज कंपनी के निदेशक आलोक कुमार की गिरफ्तारी है. सिटी एसपी ने बताया कि जालसाज आलोक कुमार पर विभिन्न धाराओं में शाहपुर में सात मामले दर्ज किये गये हैं और पत्रकार नगर थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार निदेशक को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सिटी एसपी ने बताया कि कंपनी के अन्य लोगों का नाम आने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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