अब विधान परिषद की सीटों पर टिकी नजर

राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से खाली हाे रही सीटों को लेकर सभी दलीय उम्मीदवारों के नाम तय हो जाने के बाद अब नजर विधान परिषद की सीटों पर टिक गयी है.

By Pritish Sahay | March 12, 2020 6:20 AM

पटना : राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से खाली हाे रही सीटों को लेकर सभी दलीय उम्मीदवारों के नाम तय हो जाने के बाद अब नजर विधान परिषद की सीटों पर टिक गयी है. इसी महीने के अंत में विधान परिषद की विधानसभा कोटे की नौ और शिक्षक व स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की आठ सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हाेनी है.

अगले महीने मनोनयन कोटे के 12 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. चुनाव और मनोनयन की सीटें भरी गयीं, तो मई महीने में विधान परिषद में कई नये चेहरे सामने आयेंगे. रोचक मुकाबला शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र को लेकर है. पटना स्नातक की सीट पर मंत्री नीरज कुमार जदयू टिकट से एनडीए के उम्मीदवार होंगे.

शिक्षक और स्नातक सीटों के लिए दिलचस्प होगा मुकाबला : विधान परिषद में विधानसभा कोटे की नौ सीटों के लिए अगले महीने चुनाव होना है. फिलहाल जो सीटें खाली हो रही हैं, उनमें छह जदयू के और तीन सीटें भाजपा कोटे की हैं. मगर, विधानसभा में संख्या बल के आधार पर इस बार एनडीए पांच लोगों को ही विधान परिषद भेज सकेगा, जबकि राजद को तीन और एक सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार विधान परिषद पहुंच जायेंगे.

राजद और कांग्रेस के लिए यह नयी सीटें होंगी. जदयू और भाजपा में सीटों के बंटवारे में तीन और दो का फाॅर्मूला लागू होगा. दोबारा राज्यसभा नहीं जा पा रही जदयू नेत्री कहकशां परवीन के समर्थकों को विधान परिषद में मौका मिलने की उम्मीद है. वहीं, भाजपा से राज्यसभा में रिटायर हो रहे आरके सिन्हा के समर्थकों को भी विधान परिषद में जगह मिलने की उम्मीद है.

सूत्र बताते हैं कि अप्रैल महीने में ही राज्यपाल द्वारा मनोनीत किये गये 12 सदस्यों के कार्यकाल भी समाप्त हो रहे हैं. मनोनयन कोटे से फिर से सीटें भरी गयीं, ताे इसके लिए सात जदयू से, चार भाजपा से और एक लोजपा कोटे से सदस्यों को विधान परिषद भेजे जाने का फाॅर्मूला बन सकता है. ऐसी स्थिति में उपरी सदन पहुंचने के मन संजोये नेताओं को मनोनयन कोटे से जगह मिल सकती है.

परिस्थितियां बदली हुई हैं : हाल ही में चर्चा में आयी पुष्पम प्रिया चौधरी के पिता जदयू नेता विनोद चौधरी की दावेदारी से दरभंगा स्नातक सीट का होने वाला चुनाव भी रोचक होगा. यह सीट पिछली बार कांग्रेस के दिलीप चौधरी के हाथ आयी थी. जदयू के विनोद चौधरी दूसरे नंबर पर रहे थे. इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं. दिलीप चौधरी जदयू में शामिल हो चुके हैं. दूसरी ओर, विनोद चौधरी पिछले कई महीने से अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं.

चुनाव लड़ने के सवाल पर विनोद चौधरी ने प्रभात खबर से कहा, दल अभी तय नहीं है, लेकिन हर हाल में चुनाव लड़ेंगे. राजद भी यहां से अपने उम्मीदवार उतारेगा. ऐसी स्थिति में दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए त्रिकाेणात्मक संघर्ष तय माना जा रहा है.

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