बिहार में ड्यूटी से गायब दर्जनों डॉक्टरों को भेजा गया नोटिस, नौकरी से अब धोना पड़ सकता है हाथ..

बिहार सरकार अब लंबे समय से ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों को लेकर सख्त हो गयी है. पटना प्रमंडल के पांच दर्जन से अधिक डॉक्टरों को चिन्हित करके नोटिस भेजा गया है. डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. वहीं अब ये अंतिम मौका ही माना जा रहा है उसके बाद लापरवाह डॉक्टरों की बर्खास्तगी संभव है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 1, 2023 7:30 AM

Bihar News: बिहार के वैसे सरकारी डॉक्टर जो लंबे समय से ड्यूटी से गायब हैं, उनके ऊपर अब बड़ी गाज गिर सकती है. पटना प्रमंडल में ऐसे पांच दर्जन से अधिक चिकित्सक चिन्हित किए गए हैं जो अपनी ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर रहे और लंबे समय से गायब हैं. अब सरकार इन चिकित्सकों पर कार्रवाई करने की तैयारी में है. बात पटना प्रमंडल की करें तो 62 चिकित्सकों पर कार्रवाई हो सकती है. इन डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया है लेकिन इसे अंतिम मौके की तरह देखा जा रहा है. इसके बाद भी अगर डॉक्टरों का रवैया नहीं बदलता है तो उनकी नौकरी जा सकती है.

पटना प्रमंडल के 62 डॉक्टरों को नोटिस!

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पटना प्रमंडल के 62 डॉक्टरों को चिन्हित किया गया है जो लंबे समय से ड्यूटी से गायब हैं. इन डॉक्टरों को विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है. इन डॉक्टरों को ड्यूटी ज्वाइन करने का अंतिम मौका दिया गया है और नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसे लेकर संयुक्त सचिव की ओर से आदेश जारी किया गया है.

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कई सालों से गायब हैं डॉक्टर

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिन चिकित्सकों को नोटिस भेजा गया है वो कई सालों से लगातार अनुपस्थित हैं. इन डॉक्टरों को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सफाई देने का मौका पहले ही दे दिया गया था. ये 62 डॉक्टर पटना प्रमंडल के अधीन काम कर रहे हैं.

डॉक्टरों को किया जा सकता है बर्खास्त

बता दें कि सरकार इन मामलों को लेकर अब बेहद गंभीर है. स्वास्थ्य विभाग की कमान अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के हाथों में है. डिप्टी सीएम ने साफ शब्दों में ये कहा है कि डॉक्टरों के द्वारा इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं सीएम नीतीश कुमार भी इस दिशा में बेहद सख्त रहे हैं. कई डॉक्टरों की नौकरी पूर्व में जा चुकी है. उन्हें बर्खास्त किया जाता रहा है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अचानक ही रात में अस्पतालों का दौरा करने निकलते रहते हैं. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को लेकर वो शुरू से सख्त दिखे हैं.

Published By: Thakur Shaktilochan

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