73 अस्पताल बनेंगे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

बिहारशरीफ : अब एपीएचसी व स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा मिलेगी. विभिन्न चिकित्सा सुविधाओं से लैस होंगे जिले के सब हेल्थ सेंटर. इलाज से लेकर कई तरह की चिकित्सीय जांच की भी व्यवस्था सहज रूप से उपलब्ध होगी. रोगियों को गांव स्तर पर संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्रों व एपीएचसी पर भी सहज […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 19, 2019 6:58 AM

बिहारशरीफ : अब एपीएचसी व स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा मिलेगी. विभिन्न चिकित्सा सुविधाओं से लैस होंगे जिले के सब हेल्थ सेंटर. इलाज से लेकर कई तरह की चिकित्सीय जांच की भी व्यवस्था सहज रूप से उपलब्ध होगी. रोगियों को गांव स्तर पर संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्रों व एपीएचसी पर भी सहज रूप से चिकित्सा सेवा का लाभ मिल सकेगा. ग्रामीणों को अपनी बीमारियों को इलाज कराने में काफी आसानी हो जायेगी.

अब तक ग्रामीणों को कई रोगों के बेहतर इलाज व जांच के लिए अनुमंडलीय व सदर अस्पताल आना पड़ता था. नयी व्यवस्था हो जाने पर रोगियों को इन स्वास्थ्य संस्थानों में आने से काफी हद तक राहत मिल पायेगी. यानी की सब हेल्थ सेंटर व एपीएचसी पर भी कई बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं आसान से प्राप्त हो सकेंगी.
जिले में इस वित्तीय वर्ष में 73 अस्पताल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाये जायेंगे, जिनमें से पांच अस्पताल निकट समय में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में काम करने लगेंगे. इसकी विभागीय प्रक्रिया तेजी से चल रही है. जिले के 30 विभिन्न एपीएचसी पूर्व से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में काम काम कर रहे हैं.
मधुमेह से लेकर अंधापन तक की होगी जांच सुविधाएं : हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित होने पर एपीएचसी व सब हेल्थ सेंटरों में 12 तरह की चिकित्सा सेवाएं सहज रूप से रोगियों को उपलब्ध होंगी.
डायबिटीज के रोगियों को इसकी जांच की सुविधा भी यहां पर सहज रूप से मिलेगी. साथ ही नेत्र दोष के रोगियों को भी अंधापन की जांच व इलाज हो सकेगा. टीकाकरण से लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में प्रसव आदि की सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी.
पांच अस्पतालों में जल्द शुरू होगी सेवा
एपीएचसी व सब हेल्थ सेंटर बनेंगे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर : आयुष्मान भारत अंतर्गत सब सेंटरों को विस्तारित करते हुए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाना है. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में विभागीय कवायद तेज कर दी गयी है, ताकि ग्रामीण लोग जरूरत के अनुसार इन स्वास्थ्य संस्थानों में आकर बेहतर चिकित्सा सेवा का लाभ उठा सकें.
सेंटर पर मिलेंगी ये सुविधाएं
मातृ स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं तथा प्रतिरक्षण सेवाएं
नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं
बाल्यावस्था एवं किशोर स्वास्थ्य देखभाल तथा प्रतिरक्षण
परिवार नियोजन एवं गर्भ निरोधक सेवाएं
राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का प्रबंधन
संचारी रोग सामान्य बीमारियों का प्रबंधन
गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन
नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग व सामान्य प्रबंधन
दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
वृद्धावस्था स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं
आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
जांच की सुविधाएं : हीमोग्लोबिन, यूरिन प्रसव, मलेरिया, यूरिन शुगर, बलगम, ब्लड, कालाजार, डेंगू, टीबी, जेइ, टायफाइड, एचआइवी आदि की जांच सुविधाएं मिलेंगी.
सेंटरों पर बिजली, पानी व शौचालय उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता
चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 73 अस्पतालों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया जायेगा. इनमें से पांच अस्पताल निकट समय में इस सेंटर के रूप में काम करने लगेंगे. इसकी प्रक्रिया तेजी से की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की योजना है कि एपीएचसी व सब सेंटरों पर मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की.
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर कई तरह की जांच की भी सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध होंगी. अभी जिले में 30 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हो रहे हैं. इन सेंटरों पर बिजली, पानी व शौचालय पहली प्राथमिकता है, ताकि रोगियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.

Next Article

Exit mobile version